Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मांगों को लेकर उपनल कर्मियों का क्रमिक अनशन और धरना जारी

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Sun, 28 Feb 2021 07:05 AM (IST)

    मांगों को लेकर आंदोलन पर अड़े उपनल कर्मियों क्रमिक अनशन और धरना जारी है। सेवा समाप्ति के आदेश पर आक्रोशित कर्मियों ने छठे दिन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही मांगों पर कार्रवाई न होने तक आंदोलन पर डटे रहने का एलान किया।

    Hero Image
    मांगों को लेकर आंदोलन पर अड़े उपनल कर्मियों क्रमिक अनशन और धरना जारी है।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। मांगों को लेकर आंदोलन पर अड़े उपनल कर्मियों क्रमिक अनशन और धरना जारी है। सेवा समाप्ति के आदेश पर आक्रोशित कर्मियों ने छठे दिन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही मांगों पर कार्रवाई न होने तक आंदोलन पर डटे रहने का एलान किया। जिसके तहत आज कैंडल मार्च निकाला जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलनरत उपनल कर्मियों का सहस्रधारा रोड स्थित एकता विहार में धरना जारी है। उपनल की ओर से पांच दिन तक अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों की सेवा समाप्त करने के आदेश पर तमाम कर्मचारियों ने आक्रोश जताया। धरने में उपनल कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कुशाग्र जोशी ने कहा कि सरकार की ओर से उपनल कर्मियों की अनदेखी की जा रही है। अब उन्हें सेवा समाप्त करने का भी डर दिखाया जा रहा है। लेकिन, अपने अधिकारों की लड़ाई से कर्मचारी पीछे नहीं हटेंगे। 

    क्रमिक अनशन पर दूसरे दिन विजय शर्मा, जसलीन कौर, राजेंद्र सिंह, दीया कंसल, मनोज कुमार, आशा थापा, सरस्वती कांडपाल, मुकेश, तेग सिंह बैठक। महासंघ के मुख्य संयोजक महेश भट्ट ने कहा कि कर्मचारी छह दिन से आंदोलनरत हैं, लेकिन अभी तक सरकार ने सुध नहीं ली है। महासंघ के प्रदेश महामंत्री हेमंत रावत ने चेतावनी दी कि यदि सरकार शीघ्र कर्मचारियों की मांगों पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती तो महासंघ सांसदों व विधायकों का घेराव करेगा। 

    इसी क्रम में उन्होंने सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह, मंत्री हरक सिंह रावत, विधायक हरबंस कपूर, खजान दास आदि से संपर्क कर मांगों से अवगत कराया गया है। छठे दिन धरने में विनोद गोदियाल, दीपक चौहान, भावेश जगूड़ी, विद्यासागर धस्माना, हरीश कोठारी, विपिन नेगी, दीपा, मीना रौथाण, पल्लवी, साधना, कल्पना आदि कर्मचारी शामिल रहे।

    यह भी पढ़ें-विभिन्न मांगों को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशालय पर गरजी आशाएं

    Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें