Move to Jagran APP

उत्तराखंड में घटेंगी भूसे की दरें, पशुपालकों को मिलेगी राहत; हरियाणा और पंजाब से जल्‍द शुरू होगी इसकी आपूर्ति

पशुपालन मत्स्य एवं दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने पशुपालन विभाग के साथ ही यूएलडीबी यूसीडीएफ और पशुआहार निर्माणशाला के अधिकारियों के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक की। इसके बाद बताया कि हरियाणा और पंजाब से जल्‍द भूसे की आपूर्ति शुरू होगी।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 28 Apr 2022 09:37 AM (IST)Updated: Thu, 28 Apr 2022 09:37 AM (IST)
उत्तराखंड में घटेंगी भूसे की दरें, पशुपालकों को मिलेगी राहत; हरियाणा और पंजाब से जल्‍द शुरू होगी इसकी आपूर्ति
पशुओं के लिए भूसे की कम उपलब्धता और इसकी बढ़ती दरों से अब राज्य के पशुपालकों को राहत मिल जाएगी।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। पशुओं के लिए भूसे की कम उपलब्धता और इसकी बढ़ती दरों से अब राज्य के पशुपालकों को राहत मिल जाएगी। हरियाणा और पंजाब से भूसे की आपूर्ति शुरू होने पर दो-तीन दिन के भीतर इसकी कीमतें कम हो जाएंगी।

loksabha election banner

मंत्री सौरभ बहुगुणा ने दी जानकारी

पशुपालन, मत्स्य एवं दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने बुधवार को पशुपालन विभाग के साथ ही यूएलडीबी, यूसीडीएफ और पशुआहार निर्माणशाला के अधिकारियों के साथ हुई वर्चुअल समीक्षा बैठक के बाद यह जानकारी दी।

नौ से 10 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से मिल रहा भूसा

कोरोना संक्रमण की चपेट में आए कैबिनेट मंत्री बहुगुणा ने इन दिनों स्वयं को डिफेंस कालोनी स्थित आवास में आइसोलेट किया हुआ है। इस बीच बुधवार को उन्होंने वर्चुअल समीक्षा बैठक में भूसे की बढ़ती दरों को कम करने के संबंध में चर्चा की। अधिकारियों ने उन्हें अवगत कराया कि वर्तमान में पशुपालकों को भूसा नौ से 10 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से प्राप्त हो रहा है।

कैबिनेट मंत्री बहुगुणा ने हरियाणा और पंजाब सरकार से हुई वार्ता का हवाला देते हुए बताया कि अब दोनों राज्यों ने अपने यहां उत्पादित भूसे को बाहर भेजने पर से प्रतिबंध हटा लिया है। ऐसे में दो-तीन दिन के भीतर बड़ी मात्रा में इन राज्यों से भूसा यहां पहुंचने पर यह सस्ती दर पर उपलब्ध होने लगेगा। उन्होंने पशुपालन विभाग के की कालसी स्थित पशुआहार निर्माण इकाई और रुद्रपुर की पशुआहार निर्माणशाला में भूसा भंडारण के लिए क्षमता विस्तार को कदम उठाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि सस्ती दरों पर ज्यादा से ज्यादा भूसा क्रय कर इसका भंडारण होने से पशुपालकों को यह उचित दर पर उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने भूसे को कांपैक्ट करने के लिए बेलर्स लगाने के लिए निदेशक पशुपालन और प्रबंध निदेशक उत्तराखंड डेयरी सहकारी संघ (यूसीडीएफ) को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। बैठक से उत्तराखंड पशुधन विकास बोर्ड (यूएलडीबी) के प्रबंध निदेशक भी जुड़े।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.