अग्निकाल में वनों को बचाने के लिए अभी से शुरू करें तैयारी Dehradun News
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि अग्निकाल में वनों को बचाने के लिए अभी से तैयारी की जाए और आपसी समन्वय से सुरक्षा प्रबंध किए जाएं।
देहरादून, जेएनएन। अग्निकाल में वनों को बचाने के लिए अभी से तैयारी करनी होगी और आपसी समन्वय से सुरक्षा प्रबंध किए जाएं। यह निर्देश जिलाधिकारी सी रविशंकर ने वन विभाग के अधिकारियों को दिए।
शनिवार को जिलाधिकारी ने कैंप कार्यालय में जिला स्तरीय जंगल की अग्नि प्रबंधन समिति की बैठक ली। जिसमें उन्होंने इस वर्ष वन सुरक्षा के लिए रणनीति तैयार करने पर विचार-विमर्श किया। डीएफओ राजीव धीमान की ओर से अग्नि सुरक्षा के संबंध में विभागीय और जन सहभागिता से वनों की सुरक्षा और प्रबंधन के लिए किए जाने वाले प्रयासों से अवगत कराया। जिलाधिकारी ने अन्य विभागों से बेहतर समन्वय के लिए समय से सूचनाओं का आदान-प्रदान करने और अग्निकाल के दौरान सूचनाओं के त्वरित प्रसारण के लिए व्हॉट्सएप ग्रुप का उपयोग करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा संवेदनशील स्थानों पर लोगों की जनजागरूकता के लिए साइन बोर्ड लगाने और समय-समय पर मॉक ड्रिल करने के भी आदेश दिए। उन्होंने वन विभाग को मानवीय तथा अन्य अग्निशमन संसाधनों को आवश्यकतानुसार पर्याप्त और सही दशा में रखने को कहा है। इसके अतिरिक्त लोगों को जंगल में आग लगने से होने वाले पर्यावरण, स्वास्थ्य, आर्थिक नुकसान बताते हुए जंगल में आग न लगाने की अपील करें।
यह भी पढ़ें: वनों के कार्बन सोखने की क्षमता चार करोड़ टन बढ़ी, पढ़िए पूरी खबर
उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को संबंधित विभागों के समन्वय से विकासखंड स्तरीय अग्नि सुरक्षा समिति, ग्राम पंचायत स्तरीय अग्नि सुरक्षा समिति और पंचायती वनों के वनों की अग्नि सुरक्षा समिति को सक्रिय करते हुए समिति के सदस्यों को नियमानुसार प्रशिक्षण देने और प्रचार-प्रसार करने को कहा है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जीएस रावत, डीएफओ देहरादून राजीव धीमान, मसूरी डीएफओ कहकशा नसीम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी डॉ. दीपशिखा रावत, उप प्रभागीय वनाधिकारी कालसी आरएन पांडेय और मसूरी सुभाष चंद्र वर्मा आदि उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें: आठ माह में उत्तराखंड के वनों में 16 हजार से अधिक आग की घटनाएं