खेल मंत्री की घोषणा को भी खेल विभाग के अधिकारी लेते हैं हल्के, पढ़िए
खेल मंत्री की घोषणा को भी अगर खेल विभाग के अधिकारी हल्के में ले तो समझा जा सकता है कि नौकरशाही कितनी हावी है।
देहरादून, निशांत चौधरी। खेल मंत्री की घोषणा को भी अगर खेल विभाग के अधिकारी हल्के में ले तो समझा जा सकता है कि नौकरशाही कितनी हावी है। एक माह से लॉकडाउन के कारण समस्त कार्यालय बंद हैं, लेकिन उससे पहले सभी सुचारू थे। याद दिला दें कि बीते वर्ष 16 जुलाई को सचिवालय में हुई बैठक में खेल मंत्री ने खेल संघ व खिलाड़ियों की समस्या के समाधान को हेल्पलाइन सेवा शुरू करने की घोषणा की थी, लेकिन वह धरातल पर नहीं उतरी है। इसके अलावा खेल महाकुंभ 2019 के समापन पर खेल मंत्री ने खिलाड़ियों के लिए विशेष ऐकेडमी खोलने की घोषणा की थी। वह भी अभी तक सिर्फ घोषणा ही है। इन घोषणा में अधिकारियों ने कितना होमवर्क किया इसकी भी कोई जानकारी नहीं हैं। इससे साफ है कि अगर खेल विभाग के अधिकारी अपने मुखिया की घोषणा को इस तरह नजरअंदाज कर रहे हैं तो उनकी मनमानी कार्यप्रणाली समझी जा सकती है।
मनोबल और धैर्य बनाए रखें खिलाड़ी
पूरी दुनिया कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रही है, जिससे लाखों मौत हो चुकी है। ऐसे में इससे बचाव को लॉकडाउन है। करीब एक माह से क्रिकेट की गतिविधियां बंद हैं। फिलहाल आइपीएल भी स्थगित कर दिया है, साथ ही उत्तराखंड में होने वाली क्रिकेट प्रतियोगिता भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हैं। ऐसे में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव महिम वर्मा ने फेसबुक के माध्यम से खिलाड़ियों को फिट रहने और मानसिक तनाव दूर करने के गुर बताए हैं। उन्होंने खिलाड़ियों से योगा व मेडिटेशन और प्रैक्टिस करने को कहा है। इसके अलावा क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सोशल मीडिया पेज पर सीनियर खिलाड़ियों के फिटनेस वीडियो भी शेयर किए हैं। जिन्हें देखकर युवा खिलाड़ी खुद को फिट रख बनाए सकें। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बाद क्रिकेट की गतिविधियां पहले की तरह शुरू होगी।
ओलंपिक संघ भी करे प्रेरित
लॉकडाउन के कारण खेलों की समस्त गतिविधियां सुरक्षा की दृष्टि से फिलहाल बंद हैं। लेकिन इस दौरान स्टे फिट, एक्टिव एंड स्टे स्ट्रांग मंत्र के साथ, जहां भारतीय खेल प्राधिकरण और राष्ट्रीय खेल महासंघ ऑनलाइन माध्यम से खिलाड़ियों को फीट रहने के गुर बता रहा है। अब भारतीय ओलंपिक संघ भी खिलाड़ियों को फीट रखने के लिए अपनी तरफ से प्रयास कर रहा है। भारतीय ओलंपिक संघ ने राज्य संघों को भी ऐसे कार्यक्रम आरंभ करने का कहा है। ओलंपिक संघ ने राज्य संघों के पदाधिकारियों से आग्रह किया है कि इन दौरान खिलाड़ियों का मनोबल पढ़ाने का निरंतर प्रयास करें। इसलिए खिलाड़ियों को रोजाना शारीरिक फिटनेस व वार्मअप के वीडियो शेयर करें। ताकि खिलाड़ी घर पर रहकर भी फीट रह सकें। जब लॉकडाउन खुलेगा, तब खिलाड़ियों को मैदान में दिक्कत नहीं होगी। क्योंकि खिलाड़ियों की फिटनेस उनके प्रदर्शन में मददगार होगी।
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पुरस्कार को करना होगा अभी इंतजार
खेल महाकुंभ के दौरान विजेता खिलाड़ियों को उम्मीद थी कि उन्हें उनका पुरस्कार स्कूटी जल्द मिलेगी। पुरस्कार जल्द देने की घोषणा खेल मंत्री ने भी की थी। खेल मंत्री की घोषणा में अमल करते हुए कुछ जनपदों में खिलाड़ियों को पुरस्कार स्वरूप स्कूटी प्रदान कर दी, लेकिन इसके बाद देश में हुए कोरोना वायरस संक्रमण ने कुछ विजेताओं की इस उम्मीद में ग्रहण लगा दिया। प्रदेश सरकार ने इस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए तीन मई तक लॉकडाउन कर रखा है। इस दौरान आवश्यक सरकारी कार्य ही खुले हैं, बाकी सभी कार्यालय बंद हैं। इसलिए जिन खिलाड़ियों को पुरस्कार नहीं मिले, वह फिलहाल लटक गए हैं। हालांकि विभाग ने खिलाड़ियों को आश्वस्त किया कि लॉकडाउन और परिस्थितियां सामान्य होते ही खिलाड़ियों तक उनका पुरस्कार पहुंचा दिया जाएगा। इसलिए खिलाड़ी लॉकडाउन का पालन करते हुए अभी घर पर रहें और खुद सुरक्षित रख दूसरों को भी सुरक्षित रखें।
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