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    Somvati Amavasya: कड़ाके की ठंड भी नहीं डिगा पाई आस्था, स्नान को हरकी पैड़ी पहुंचे श्रद्धालु; पाबंदी नहीं

    Somvati and Mauni Amavasya 2022 सोमवती अमावस्या स्नान को हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर अल सुबह से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे। हर-हर गंगे और जय मां गंगे के उद्घोष के बीच पुण्य की डुबकी लगाने वालों में महिला पुरुष बच्चे और बुजुर्ग सभी शामिल रहे।

    By Raksha PanthriEdited By: Updated: Mon, 31 Jan 2022 11:01 AM (IST)
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    Somvati Amavasya: कड़ाके की ठंड भी नहीं डिगा पाई आस्था।

    जागरण संवाददाता, हरिद्वार। Somvati and Mauni Amavasya 2022  सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर आस्था की डुबकी लगाई। हालांकि अन्य स्नानों की अपेक्षा आज भीड़ कम रही। श्रद्धालुओं की संख्या में कमी का एक कारण अमावस्या स्नान की उदया तिथि का दोपहर बाद होना भी रहा। अमावस्या की उदया तिथि ढाई बजे के बाद होने के कारण दोपहर बाद श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हुई। मंगलवार को मौनी अमावस्या स्नान पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।

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    श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान करने के बाद गंगा पूजन और सूर्य देवता को अद्र्ध चढ़ाने के साथ ही दान-दक्षिणा देकर पुण्य कमाया। इसके बाद हरकी पैड़ी और उसके आसपास के मंदिरों के दर्शन और परिक्रमा का क्रम चलता रहा है। इस बार जिला प्रशासन ने हरकी पैड़ी समेत किसी भी गंगा घाट पर स्नान के लिए कोई पाबंदी नहीं लगाई थी। हालांकि बार्डर पर नियमित चेकिंग हुई। बार्डर पर दोनों डोज का सर्टिफिकेट दिखाने या 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बाद ही प्रवेश दिया गया। इससे पहले 14 जनवरी मकर संक्रांति स्नान पर जिला प्रशासन ने पाबंदी लगाई थी। एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि प्रशासन की तरफ से कोई पाबंदी नहीं थी। बार्डर पर नियमित चेकिंग पहले से चल रही है। करोना नियम का पालन करने की अनिवार्यता सभी पर लागू है। उन्होंने बताया कि स्नान शांतिपूर्ण रहा।

    मौनी अमावस्या पर भी नहीं कोई पाबंदी

    कल एक फरवरी को मौनी अमावस्या का स्नान पर्व है। इस बार जिला प्रशासन ने हरकी पैड़ी समेत किसी भी गंगा घाट पर स्नान के लिए कोई पाबंदी नहीं लगाई है। हालांकि, सोमवती अमावस्या उदया में नहीं आ रही है। ऐसे में स्नान को लेकर दोपहर बाद ही श्रद्धालुओं के हरिद्वार आने की संभावना है।

    बार्डर पर नियमित चेकिंग जारी

    बार्डर पर नियमित चेकिंग चलती रहेगी। बॉर्डर पर दोनों डोज का सर्टिफिकेट दिखाने या 72 घंटे पहले की कोरोना निगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बाद ही प्रवेश करने दिया जाएगा। मकर संक्रांति पर हरिद्वार में गंगा स्नान पर जिला प्रशासन ने पाबंदी लगा दी थी। इस बार जिला और पुलिस प्रशासन ने ऐसी कोई पाबंदी नहीं लगाई है। अमावस्या ढाई बजे के बाद शुरू होगी। ऐसे में सुबह के समय भीड़ अपेक्षाकृत कम रही। है।

    श्रद्धालुओं के लिए कोई पाबंदी नहीं

    एसएसपी हरिद्वार डा योगेंद्र कुमार रावत ने बताया कि सोमवती अमावस्या के स्नान को लेकर हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं पर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है। बार्डर पर नियमित चेकिंग पहले से चल रही है, जिसमें डबल डोज का सर्टिफिकेट दिखाने या आरपीटीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बाद ही जिले में एंट्री दिए जाने की व्यवस्था है। सीमा पर तात्कालिक तौर पर कोरोना टेस्ट के एंटीजन टेस्ट की भी व्यवस्था पहले से चल रही है। करोना नियम का पालन करने के अनिवार्यता सभी पर लागू है।