फलस्वाड़ी में बनेगा सीता माता का भव्य मंदिर
पौड़ी जिले में सीता सर्किट को आकार देने की दिशा में प्रदेश सरकार ने कवायद शुरू कर दी है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून:
पौड़ी जिले में सीता सर्किट को आकार देने की दिशा में प्रदेश सरकार ने कवायद शुरू कर दी है। इस कड़ी में सितोनस्यूं पट्टी में स्थित फलस्वाड़ी गांव में माता सीता का भव्य मंदिर बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन की घोषणा की है। 12 सदस्यीय इस ट्रस्ट के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे, जबकि विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों को बतौर सदस्य शामिल किया जाएगा। सरकार की मंशा सीता सर्किट के माध्यम से फलस्वाड़ी को धार्मिक पर्यटन पटल पर लाने की है।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि प्रस्तावित सीता सर्किट पौड़ी क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि फलस्वाड़ी में बनने वाला सीता माता का भव्य मंदिर धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से पौड़ी के लिए अच्छा साबित होगा। देश व विदेश के सैलानियों का आगमन यहां होने से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित हो सकेंगे।
सचिव पर्यटन ने कहा कि पौड़ी जिले की सितोनस्यूं पट्टी का नाम ही माता सीता के नाम पर पड़ा है। मान्यता है कि इस पट्टी के फलस्वाड़ी गांव में ही वह जगह है, जहां माता सीता धरती में समा गई थीं। इस गाव के लोग निरंतर माता सीता की पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। भगवान राम और माता सीता में आस्था रखने वाले लोग निरंतर यहां आते हैं। फलस्वाड़ी में सीता माता का भव्य मंदिर बनने पर बड़ी संख्या में लोग यहां आएंगे।
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मंदिर निर्माण को हर घर से लाएंगे मिट्टी
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने फलस्वाड़ी में सीता माता मंदिर निर्माण की मुख्यमंत्री की पहल का स्वागत किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री के हवाले से बताया कि मंदिर के निर्माण के लिए हर घर से मिट्टी लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि फलस्वाड़ी में सीता माता के अतिरिक्त लक्ष्मण और महर्षि वाल्मीकि के मंदिर भी आसपास ही हैं। सीता सर्किट के विकसित होने से क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन को नए आयाम मिलेंगे।
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