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उत्‍तराखंड में फंगस से सात मरीजों की मौत, सात व्यक्तियों में फंगस की पुष्टि

कोरोना के मामलों में जहां निरंतर कमी आ रही है वहीं लोग अब फंगस का शिकार हो रहे हैं। प्रदेश में जिस तरह फंगस के मामले बढ़ रहे हैं वह चिंताजनक है। बुधवार को सात व्यक्तियों में फंगस की पुष्टि हुई और सात की मौत हो गई।

By Sunil NegiEdited By: Updated: Thu, 03 Jun 2021 09:19 AM (IST)
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बुधवार को सात व्यक्तियों में फंगस की पुष्टि हुई और सात की मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना के मामलों में जहां निरंतर कमी आ रही है, वहीं लोग अब फंगस का शिकार हो रहे हैं। प्रदेश में जिस तरह फंगस के मामले बढ़ रहे हैं, वह चिंताजनक है। बुधवार को सात व्यक्तियों में फंगस की पुष्टि हुई और सात की मौत हो गई। जिसके बाद इस बीमारी से पीड़ि‍त मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 244 पर पहुंच गया है। इनमें से 13 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि कुल 27 मरीजों की मौत हो चुकी है। 

एम्स ऋषिकेश में फंगस के अब तक सबसे अधिक 147 मरीज भर्ती हुए हैं। इसके अलावा हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में 26, श्री महंत इंदिरेश अस्पताल में 24, दून मेडिकल कालेज में 12 व मैक्स अस्पताल में नौ मरीज भर्ती हो चुके हैं। नैनीताल में भी फंगस के 19 मामले अब तक सामने आ चुके हैं। ऊधमसिंह नगर व उत्तरकाशी में भी एक-एक मामला आया है। 

सुनियोजित ढंग से हो टीकाकरण: जोशी

चिह्नित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय प्रवक्ता महेश जोशी ने सरकार से टीकाकरण की समुचित व्यवस्था करने की मांग की है। उनका कहना है कि इसके लिए युद्धस्तर पर चरणबद्ध ढंग से अभियान चलाया जाए।  बुधवार को महेश जोशी ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि सरकार की आधी-अधूरी तैयारियों की वजह से टीकाकरण में अव्यवस्था बनी हुई है। चंद निजी अस्पतालों के माध्यम से ही टीकाकरण किया ला रहा है। वहां भी घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि स्कूल, कालेज व अन्य खुली जगहों पर टीकाकरण केंद्र बनाया जाए। ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि केंद्र पर भीड़ न लगे और टीकाकरण भी आसानी से हो जाए। कहा, यह अच्छा संकेत है कि कोरोना संक्रमण में कमी आई है। सरकार को इसका लाभ उठा कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की दशा सुधारनी चाहिए, जिससे भविष्य में ऐसी स्थिति से निपटा जा सके। 

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