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VIDEO: विकासनगर में एसडीआरएफ व पुलिस की टीम ने 30 किसानों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बचाया

देहरादून जनपद के विकासनगर क्षेत्र के बिन्हार के पष्टा क्षेत्र के जाखन में बादल फटने पर खेतों में काम कर रहे करीब 30 किसान मलबा आने से फंस गए थे। इस पर एसडीआरएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने रस्सी और अस्थाई तौर पर सीढ़ी लगाकर उनका रेस्‍क्‍यू किया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 27 Aug 2021 08:21 PM (IST)Updated: Fri, 27 Aug 2021 08:21 PM (IST)
VIDEO: विकासनगर में एसडीआरएफ व पुलिस की टीम ने 30 किसानों को रेस्क्यू कर सुरक्षित बचाया
एसडीआरएफ की एक टीम ने गदेरे (बरसाती नाले) में फंसे 30 किसानों को सुरक्षति बचाया।

जागरण संवाददाता, विकासनगर। कोतवाली के एसएसआई कुलवंत सिंह ने जानकारी दी कि शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे के करीब बिन्हार के पष्टा क्षेत्र के जाखन में बादल फटने पर खेतों में काम कर रहे करीब 30 किसान मलबा आने से फंस गए थे। साथ ही बीन नदी के चार गदेरे (बरसाती नाले) अचानक उफान पर आ गए। एसडीआरएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने छानी में दबे ग्रामीण के शव को बाहर निकलवा कर रोड पर पहुंचाया। साथ ही टीम ने खेतों में फंसे किसानों को रस्सी और अस्थाई तौर पर सीढ़ी लगाकर पुल बनाकर फंसे करीब 30 किसानों को चारों गदेरे पार कराए और सुरक्षित सड़क तक पहुंचाया।

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दरअसल बादल फटने पर अचानक बीन नदी का जलस्तर बढ़ने और पहाड़ से रिस रहे मलबे के कारण चार गदेरों में जलस्तर काफी बढ़ गया था। रेस्क्यू टीम के मौके पर पहुंचने पर खेतों में फंसे ग्रामीण चिल्लाए, जिस पर टीम ने रस्सी के सहारे ग्रामीणों तक पहुंचकर रस्सी के जरिये ही सुरक्षित निकाला। कई स्थानों पर गदेरे में उफान ज्यादा होने पर लोहे की सीढ़ी डालकर उसका इस्तेमाल पुल की तरह से किया गया। जिसके सहारे पुलिस व एसडीआरएफ टीम ने उन्हें सुरक्षित घरों तक पहुंचाया।

नुकसान का जायजा लेने क्षेत्र में पहुंचे माननीय

सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुंडीर ने आपदा से प्रभावित खुशहालपुर और जस्सोवाला में हुए नुकसान का जायजा लिया। उन्होंने पीडि़त परिवारों से उनके नुकसान के बारे में विस्तार से पूछताछ भी की। विधायक ने कहा कि नदी और बरसाती नालों में आए पानी से क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। ग्रामीणों के मकान और घरों में रखा सारा सामान भी जलभराव की भेंट चढ़ गए हैं। इसके अलावा खेतों में तैयार हो रही गन्ना, धान और मक्का की फसल व कृषि भूमि भी नदी के बहाव के साथ बह गई है। उन्होंने कहा कि तहसील प्रशासन के अधिकारियों को प्रभावितों के नुकसान का आंकलन करके उन्हें मुआवजा देने की कार्रवाई शुरू करने के लिए निर्देशित किया गया है।

सड़कें और गूल को ज्यादा नुकसान

विकासनगर विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने पत्रकारों को बताया कि विकासनगर विधानसभा क्षेत्र में आपदा से भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि सैंकड़ों की तादाद में सड़कें और सिंचाई गूल क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इसके अलावा छरबा से लेकर रूद्रपुर तक 40 से अधिक विद्युत पोल और लाइन नदी के पानी के साथ बह गए हैं। विधायक ने कहा कि उन्होंने तहसील प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, जल पुलिस, सिंचाई विभाग, वन विभाग, ऊर्जा निगम, स्वास्थ्य विभाग आदि को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा पीड़ि‍त परिवारों को प्रशासन की ओर से तत्काल मुआवजा दिए जाने की कार्रवाई शुरू कराई गई है।

आपदा प्रभावितों के बीच पंहुचे पूर्व कैबीनेट मंत्री नवप्रभात

पूर्व कैबीनेट मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवप्रभात ने विकासनगर क्षेत्र के हरिपुर, छरबा, केदारावाला गांवों का दौरा किया। उन्होंने आपदा से हुए नुकसान की भरपाई के लिए सरकार से तुरंत मुआवजे की मांग की। कहा कि आपदा के समय में बिना किसी भेदभाव व राजनीति के सभी पीडि़तों तक मदद पंहुचाने का काम किया जाना चाहिए। उन्होंने व्यापक स्तर पर हुई कृषि भूमि की हानि के मामले में सरकार को किसानों की राहत के लिए विशेष पैकेज दिए जाने की बात भी कही। वहीं, पूर्व जिला पंचायत सदस्य राकेश नेगी ने सहसपुर क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में नदियों के पानी से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीणों से एक दूसरे की सहायता की अपील की।

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