छात्रवृत्ति की बंदरबाट : जांच अब अंतिम चरण में, कुछ महीनों में सामने आएगी घोटाले की पूरी कहानी
समाज कल्याण विभाग में अनुसूचित जाति जनजाति की छात्रवृत्ति के बंदरबाट की जांच अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। पिछले दिनों नैनीताल हाईकोर्ट में एसआइटी की ओर से दाखिल हलफनामे में बताया गया है कि सतहत्तर फीसदी जांच पूरी हो चुकी है। 23 फीसदी जांच बची है।
देहरादून, जेएनएन। समाज कल्याण विभाग में अनुसूचित जाति जनजाति की छात्रवृत्ति के बंदरबाट की जांच अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। पिछले दिनों नैनीताल हाईकोर्ट में एसआइटी की ओर से दाखिल हलफनामे में बताया गया है कि सतहत्तर फीसदी जांच पूरी हो चुकी है। 23 फीसदी जांच बची है। माना जा रहा है कि अगले कुछ महीनों में इस चर्चित घोटाले की पूरी कहानी सामने आ जायेगी।
छात्रवृत्ति घोटाले में करीब पांच सौ करोड़ रुपये का बंदरबांट किए जाने की आशंका है। यह उत्तराखंड का सबसे चर्चित घोटाला है। जिसने समाज कल्याण विभाग से लेकर निजी शैक्षणिक संस्थाओं की पोल खोलकर रख दी है। भाजपा नेता रविन्द्र जुगरान व अन्य की जनहित याचिका पर नैनीताल हाईकोर्ट के निर्देश पर वर्ष 2012 से लेकर 2018 के मध्य हुए घपले की जांच चल रही है। बीते मार्च महीने में जांच में तब सुस्ती आ गई, जब कोरोना का संकट मंडराने लगा। लिहाजा जो पुलिस इस घोटाले की जांच कर रही थी वह नागरिकों की सुरक्षा में लग गई। मगर अब अनलॉक की प्रक्रिया के साथ ही एक बार फिर जांच तेजी पकड़ने लगी है।
एसआईटी प्रथम
- प्रभारी आईपीएस मंजूनाथ टीसी
- जांच का क्षेत्र- देहरादून व हरिद्वार
हरिद्वार
- दर्ज मुकदमे-47
- गिरफ्तारी- 25
देहरादून
- दर्ज मुकदमे- 16
- गिरफ्तारी- 6
एसआईटी-द्वितीय
- प्रभारी- आईजी संजय गुंज्याल
- जांच क्षेत्र- देहरादून, हरिद्वार को छोड़ सभी ग्यारह जिले
- कुल मुकदमे- 53
- गिरफ्तारी- 49
महत्वपूर्ण बिंदु
- दोनों एसआईटी शैक्षणिक सत्र 2012-13 से 2015-16 के बीच हुए घोटाले की कर रही हैं जांच।
- उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश, हरियाणा के भी कई शिक्षण संस्थान घोटाले में शामिल मिले हैं। इनमें कई पर मुकदमे भी दर्ज हो चुके हैं।
- अगस्त 2019 से दोनों एसआईटी छात्रवृत्ति घोटाले की कर रही हैं जांच।
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बोले अधिकारी
- संजय गुंज्याल (आईजी कुम्भ मेला) का कहना है कि अनलॉक के साथ ही छात्रवृत्ति घोटाले की जांच फिर से शुरू कर दी गई है। जल्द ही शेष मामलों में भी कार्रवाई पूर्ण कर ली जाएगी।
- मंजूनाथ टीसी (एसपी जीआरपी, हरिद्वार) का कहना है कि छात्रवृत्ति घोटाले में बुधवार को हरिद्वार में एक मुकदमा दर्ज किया गया है। अन्य मामलों में भी कार्रवाई चल रही है
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