Road Safety With Jagran : दून में टैक्सी व्यवस्था हो तो सुधरेगी यातायात की समस्या - एसएसपी दलीप सिंह कुंवर
Road Safety With Jagran जिले में तैनात सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों की प्राथमिकता में यातायात को व्यवस्थित करना रहा है। मगर इसका स्थायी हल कोई नहीं ढूंढ पाया। हमारे वरिष्ठ संवाददाता सोबन सिंह गुसांई ने इस संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर से बात की ।
जागरण संवाददाता, देहरादून: Road Safety With Jagran : देहरादून की यातायात की समस्या समय के साथ बढ़ती जा रही है। वाहनों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी होने के कारण सड़कें सिकुड़ती जा रही हैं। ऐसे में जाम नियती जैसा हो गया है। जिले में तैनात रहे सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों की प्राथमिकता में यातायात को व्यवस्थित करना रहा है। मगर इस समस्या का स्थायी हल कोई नहीं ढूंढ पाया।
एसएसपी रहे केवल खुराना व अरुण मोहन जोशी ने जरूर कुछ प्रयोग किए, लेकिन वह भी सफल नहीं हो पाए। ब्लैक स्पाट व दुर्घटना संभावित क्षेत्र में कैसे सुधार होगा? रात के समय सड़कों पर मौत बनकर दौड़ रहे डंपरों पर कैसे लगाम लगेगी? ट्रैफिक लाइटों का सिस्टम कैसे ठीक होगा? जैसे कई मुद्दों पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर से बात की हमारे वरिष्ठ संवाददाता सोबन सिंह गुसांई ने।
- ब्लैक स्पाट व दुर्घटना संभावित क्षेत्र तो चयनित किए गए हैं, लेकिन उनके सुधार को लेकर कोई प्रयास नहीं किए जा रहे?
ऐसा नहीं है। पहले जो ब्लैक स्पाट व दुर्घटना संभावित क्षेत्र चयनित किए गए थे, उन में जो कमियां हैं, उनको दूर किया जा रहा है।
- प्रेमनगर से विकासनगर व हरिद्वार रोड पर डंपर तेज रफ्तार से दौड़ते हैं। इनसे कई बार हादसे भी हो जाते हैं। इन पर कैसे नकेल कस रहे हैं?
सुबह सात से रात नौ बजे तक शहर के अंदर डंपर के लिए नो एंट्री होती है। यदि कोई डंपर एंट्री करता है तो उसके चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाती है। उन पर निगरानी लगातार बनी हुई है।
- शहर के अंदर ट्रैफिक लाइटों की व्यवस्था में सुधार नहीं हो पा रहा है। इसके लिए क्या करने जा रहे हैं?
ट्रैफिक लाइटें स्मार्ट सिटी के अंडर में आती हैं, ऐसे में उन्हें समय-समय पर लाइटों को ठीक करने को कहा गया है। जहां खोदाई या काम चल रहा है, वहीं पर लाइटें बंद होंगी, अन्य सभी चालू स्थिति में हैं।
- यातायात में सुधार आपकी प्राथमिकता में था, लेकिन कोई खास सुधार देखने को नहीं मिल रहा है?
शहर में सड़कें वही हैं, लेकिन वाहनों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हो गई है। जाम का बड़ा कारण अतिक्रमण भी है। जल्द ही इन पर कार्रवाई करने की योजना बनाई जा रही है।
- विक्रम चालक कहीं भी वाहन खड़ा कर सवारियां बैठाते हैं, जिसके कारण जाम लग जाता है?
अब नियम लागू किया जा रहा है कि तिराहे या चौराहे से 20 मीटर के आसपास विक्रम, सिटी बस व अन्य वाहन नहीं रुकेंगे। नियमों का उल्लंघन करने पर उनका चालान किया जाएगा।
सुझाव :
- शहर के अंदर से विक्रम, ई रिक्शा व सिटी बसों को हटाकर उनकी जगह में टैक्सी सुविधा शुरू की जानी चाहिए।
- जाम का कारण इधर-उधर वाहनों को खड़ा करना भी है, इसलिए लोगों को खुद भी जागरूक होने की जरूरत है।
- ट्रैफिक पुलिस की ओर से लेफ्ट टर्न फ्री करने के लिए वाहन चालकों को जागरूक किया जा रहा है, जो लोग अब भी नहीं सुधरेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- दुकानदार फुटपाथ पूरी तरह से खाली रखें। देखा जा रहा है कि फुटपाथ पर दुकानदारों ने सामान रखा हुआ है, जबकि राहगीर सड़क पर चल रहे होते हैं।