Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ऋषिकेश में वीकेंड पर पर्यटकों की भारी भीड़, लगता रहा जाम; लोग परेशान

    Updated: Sun, 05 Oct 2025 03:54 PM (IST)

    ऋषिकेश में बारिश के बाद वीकेंड पर पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी जिससे हरिद्वार-ऋषिकेश मार्ग पर लंबा जाम लग गया। रेलवे फाटक बंद होने से स्थिति और भी खराब हो गई जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी हुई। पुलिस ने व्यस्त मार्गों पर अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया है लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की मौजूदगी कम होने से यातायात व्यवस्था चरमरा गई है।

    Hero Image
    सुबह से यातायात जाम लगता रहा । Jagran

    जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। वर्षाकाल समाप्त होने के बाद ऋषिकेश में सप्ताहांत में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है। रविवार को सुबह से हरिद्वार-ऋषिकेश, ऋषिकेश-तपोवन, लक्ष्मण झूला रोड पर पर्यटक वाहनों का खासा दबाव रहा, जिसके चलते सुबह से  यातायात जाम लगता रहा। इस दौरान शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सुबह नौ बजे से नेपाली फार्म पर हरिद्वार की ओर से पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों के पर्यटक वाहनों का दबाव शुरू हो गया था। इस दौरान खैरी खुर्द, श्यामपुर, गुमानीवाला व ऋषिकेश बाजार में लंबा जाम लगना शुरू हो गया।

    श्यामपुर व मंशा देवी फाटक पर ट्रेन के आने-जाने पर रेलवे फाटक बंद होने से स्थिति बेहद खराब होती रही। दोपहर व शाम को मंशा देवी फाटक बंद होने के चलते वाहनों की कतार ऋषिकेश-हरिद्वार मार्ग तक पहुंच गई, जिससे तीनों मार्गों में वाहन आमने-सामने बेतरतीब तरीके से फंसे रहे। इस दौरान वाहन चालकों की नोंक-झोंक भी होती रही।

    शाम को लोनिवि तिराहे, त्रिवेणी घाट चौक, देहरादून तिराहे, चंद्रभागा पुल, लक्ष्मणझूला मार्ग में लंबा जाम नजर आता रहा। गौरा देवी चौक, इंद्रमणी बडोनी चौक और ढालावाला मार्ग पर भी जाम लगता रहा। ऋषिकेश कोतवाल प्रदीप कुमार राणा ने कहा कि सप्ताहांत के कारण यातायात का दबाव बढ़ा है, जिसे देखते हुए व्यस्ततम मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। सिटी पेट्रोलिंग यूनिट व यातायात पुलिस भी यातायात संचालन में जुटे हैं।

    रोजाना हो रहे झगड़े, पुलिस नहीं मुस्तैद

    मंशा देवी रेलवे फाटक बंद होने पर दोपहर व देर शाम रोजाना वाहनों की कतार मुख्य मार्ग तक लग रही है, जिससे तीनों ओर यातायात संचालन बुरी तरह बाधित होता रहता है। इस दौरान निकलने की जल्दी में कई वाहन चालक गलत तरीके से वाहन निकालते हैं, जिससे कई बार वाहनों को जरा-सा भी आगे-पीछे करना मुश्किल होता है।

    इतने संवेदनशील क्षेत्र में पुलिस कर्मियों की तैनाती नजर नहीं आती है। इससे भी लोगों में रोष है। सवाल उठता है कि यदि वाहन चालकों की नोंक-झोंक मारपीट का रूप ले ले तो किसी अनहोनी का जिम्मेदार कौन होगा?