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    विवादों में घिरी ऋषिकेश की ''रेव पार्टी'', ऐसा करने पर डीजीपी नाराज; बैठाई जांच

    Updated: Thu, 21 Aug 2025 03:52 PM (IST)

    ऋषिकेश के एक रिसॉर्ट में पौड़ी पुलिस की छापेमारी विवादों में है। पुलिस का दावा है कि रेव पार्टी चल रही थी लेकिन मौके से शराब या मादक पदार्थ नहीं मिले। खाद कारोबारियों को पकड़ा गया जिन पर उत्पीड़न का आरोप है। डीजीपी ने जांच के आदेश दिए हैं और महिलाओं के नाम सार्वजनिक करने पर नाराजगी जताई है। पुलिस की कार्रवाई सवालों के घेरे में है।

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    उत्‍तराखंड डीजीपी नाराज, आइजी गढ़वाल को सौंपी मामले की जांच। Concept

    जागरण संवाददाता, देहरादून। ऋषिकेश से सटे चीला नहर कौड़िया पुल के पास रिसार्ट में पौड़ी पुलिस की छापे की कार्रवाई विवादों में घिर गई है। दरअसल, पुलिस का दावा था कि रिसार्ट में रेव पार्टी चल रही थी। पुलिस ने वहां से आर्केस्ट्रा ग्रुप से जुड़ी नौ महिलाओं सहित 37 लोगों को पकड़ा था। हालांकि, मौके से शराब और मादक पदार्थ नहीं मिले थे।

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    पकड़े गए सभी आरोपित उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर व मेरठ के खाद कारोबारी थे। इस मामले में पौड़ी पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगा है। जिस पर डीजीपी दीपम सेठ ने आइजी गढ़वाल राजीव स्वरूप को जांच के आदेश दिए हैं।

    एसएसपी पौड़ी से आख्या मांगी गई है कि जब मौके पर शराब और मादक पदार्थ नहीं मिले तो कार्रवाई किस आधार पर की गई। डीजीपी ने पकड़ी गई महिलाओं के नाम को सार्वजनिक करने पर भी नाराजगी जताई है। पुलिस ने पकड़े गए सभी लोगों का चालान कर छोड़ दिया।

    पौड़ी पुलिस का दावा था कि सभी कारोबारी एक खाद कंपनी के एरिया मैनेजर के न्योते पर रिसार्ट में पहुंचे थे। पुलिस ने रिसार्ट मालिक के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज किया था। पुलिस के दावे के अंतर्गत थानाध्यक्ष लक्ष्मणझूला संतोष पैथवाल सोमवार देर रात टीम के साथ गश्त पर निकले थे। दावा किया गया कि रात करीब साढ़े दस बजे टीम जब चीला नहर कौड़िया पुल के पास स्थित इवाना रिसार्ट पहुंची तो अंदर से तेज संगीत बजने व डांस करने की आवाज आने पर थानाध्यक्ष भीतर दाखिल हुए और 28 लोग रेव पार्टी करते मिले। इस दौरान नौ महिलाएं भी थी।

    थानाध्यक्ष का दावा था कि मानसून सीजन को देखते हुए एसडीएम यमकेश्वर ने रिसार्ट और कैंपों को बंद रखने के निर्देश दिए थे। उसके बाद भी कैंप खुला था और वहां पर रेव पार्टी चल रही थी। हालांकि, पुलिस टीम को भीतर से कोई शराब व मादक पदार्थ नहीं मिला था, ऐसे में पुलिस की कार्रवाई शुरुआत से सवालों के घेरे में थी।

    अब बुधवार को कारोबारियों की ओर से डीजीपी दीपम सेठ तक शिकायत पहुंचाई गई। उन्होंने बताया कि वह सभी रिसार्ट में ठहरने आए थे और सामान्य पार्टी चल रही थी। पुलिस जिसे रेव पार्टी बता रही, ऐसा कुछ था ही नहीं। यही नहीं, महिलाओं के नाम सावर्जनिक करने पर भी आपत्ति जताई गई।

    कारोबारियों का कहना था कि रिसार्ट को बंद किया गया था या नहीं, इसकी जानकारी उन्हें कैसे मिलती। आरोप है कि थानाध्यक्ष ने किसी की नहीं सुनी और मनमाने ढंग से कार्रवाई की। डीजीपी ने शिकायत का संज्ञान लेकर आइजी गढ़वाल को जांच के आदेश दिए हैं। आइजी ने एसएसपी पौड़ी से पूरी आख्या तलब की है।

    जब कुछ आपत्तिजनक नहीं तो कार्रवाई कैसे

    थानाध्यक्ष संतोष पैथवाल ने कार्रवाई के बाद खुद बताया था कि रिसार्ट में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला है।पुलिस का कहना था कि रिसार्ट में आर्केस्ट्रा ग्रुप की नौ महिलाएं भी थी, लेकिन अनैतिक गतिविधि से जुड़ा कोई मामला सामने नहीं आया। पुलिस ने महिलाओं पर भी पुलिस एक्ट में कार्रवाई की और उनके नाम सार्वजनिक कर दिए। यहीं से पुलिस कार्रवाई विवादों में घिर गई।