Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Rishikesh Karnprayag Rail Project: कब शुरू होगी सिग्नल और टेलीकॉम की टेंडर प्रक्रिया? आया इस पर बड़ा अपडेट

    Updated: Thu, 25 Sep 2025 06:12 PM (IST)

    ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में आरवीएनएल स्टेशनों के निर्माण के साथ ही सिग्नल और टेलीकॉम का काम शुरू करने जा रहा है। 1200 करोड़ की लागत से होने वाले इस कार्य के लिए निविदा प्रक्रिया नवंबर में शुरू होगी। स्टेशनों के साथ सुरंगों और पुलों का निर्माण भी तेज़ी से चल रहा है। परियोजना में इलेक्ट्रिकल कार्य भी दो चरणों में पूरे किए जाएंगे।

    Hero Image
    1200 करोड़ की लागत से होगा सिग्नल और टेलीकॉम का काम। जागरण

    जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना में स्टेशनों के निर्माण का काम तेजी से शुरू करने के साथ रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) सिग्नल और टेलीकॉम पर काम शुरू करने की तैयारी कर रहा है। परियोजना में 1200 करोड़ की लागत से यह काम होगा। नवंबर में इसके लिए टेंडर की प्रकिया शुरू की जाएगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    126 किलोमीटर की ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का निर्माण कार्य आरवीएनएल कर रहा है। परियोजना में बनने वाले तेरह स्टेशनों में से अब तक दो स्टेशनों बीरभद्र और योगनगरी का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। दो स्टेशन शिवपुरी और ब्यासी पर काम शुरू हो चुका है। आठ स्टेशनों के लिए बुधवार को ही निविदा जारी की गई थी।

    परियोजना के आखिरी स्टेशन कर्णप्रयाग के लिए नवंबर में टेंडर जारी किए जाएंगे। स्टेशनों, टनलों, पुलों के निर्माण के साथ ही आरवीएनएल परियोजना में सिग्नल और टेलीकॉम का काम शुरू करने की तैयारी भी कर रहा है। ऋषिकेश से लेकर कर्णप्रयाग तक 1200 करोड़ की लागत से यह काम किया जाएगा। इसका एक ही टेंडर जारी होगा। जिसकी प्रक्रिया नवंबर मेंं शुरू की जाएगी। आरवीएनएल के अधिकारी प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं।

    ओएचई का काम दो चरणों में होगा

    परियोजना में इलेक्ट्रिकल से जुड़े काम भी किए जाने हैं। पहले चरण में ब्यासी तक जनरल पावर सप्लाई, फायर टेंडर, टनलों में वेटिंलेशन का काम किया जाएगा। इस पर 434 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। ओवर हैड इक्यूपमेंट (ओएचई) लगाने का काम भी किया जाना है। यह काम दो चरणों में होगा। पहले चरण में श्रीनगर तक सौ करोड़ की लागत से काम होगा। उसके बाद इतनी ही लागत से कर्णप्रयाग तक काम किया जाना है।

    ट्रेनों के संचालन में सिग्नल और टेलीकॉम अहम

    ट्रेनों के संचालन में सिग्नल और टेलीकॉम का काम अहम रहता है। इसमें ट्रेनों के सुरक्षित और समय पर संचालन के लिए सिग्नलों और संचार व्यवस्था का रखरखाव किया जाता है। जिसमें सिग्नल लगाना, उपकरणों को स्थापित करना उन्हें ठीक करना, टेलीकॉम प्रणाली का संचालन करना शामिल है।

    रेल परियोजना में इलेक्ट्रिकल, सिग्नल और टेलीकॉम से जुड़े काम भी शुरू करने की तैयारी की जा रही है। जल्द इसकी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। - ओपी मालगुड़ी, उप महाप्रबंधक सिविल, आरवीएनएल