ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की गुलर-व्यासी सुरंग पर बड़ा अपडेट, अगले महीने होगी आर-पार
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के अंतर्गत गुलर-व्यासी सुरंग जून में आर-पार होने वाली है। अब तक 38 सुरंगें आर-पार हो चुकी हैं। 125 किमी लंबी रेल लाइन म ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। महत्वाकांक्षी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की गुलर से व्यासी के बीच निर्माणाधीन सुरंग जून में आर-पार हो जाएगी। अब तक परियोजना की 38 सुरंग आर-पार हो चुकी हैं। परियोजना में मुख्य व निकास सुरंगों को मिलाकर कुल 213 किमी की खोदाई होनी है। इसमें से रेल विकास निगम लिमिटेड की ओर से अब तक 197 किमी की खोदाई की जा चुकी है। यानी सुरंगों की खोदाई का 92 प्रतिशत कार्य अब तक पूर्ण हो चुका है।
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण एवं पहाड़ी जिलों को रेल मार्ग से जोड़ने वाली परियोजना की 125 किमी लंबी रेल लाइन के निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। रेल लाइन का 105 किमी हिस्सा सुरंगों से होकर गुजरेगा। परियोजना पर कुल (मुख्य, निकास व क्रास पैसेज) 46 सुरंगों का निर्माण होना है, जिनमें से 38 अब तक आर-पार हो चुकी हैं।
टिहरी जिले में गुलर से व्यासी के बीच बन रही 39वीं सुरंग (मुख्य व निकास) जून में आर-पार हो जाएगी। आरवीएनएल के उप महाप्रबंधक (सिविल) ओपी मालगुड़ी ने बताया कि गुलर से व्यासी के बीच मुख्य और निकास सुरंग जून में आर-पार कर दी जाएंगी।
सबसे लंबी सुरंग अप्रैल में हो चुकी आर-पार
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन की सभी सुरंगों को अप्रैल 2026 तक आर-पार करने का लक्ष्य रखा गया है। परियोजना की सौड़ से जनासू के बीच बन रही सबसे बड़ी मुख्य सुरंग अप्रैल में आर-पार हो चुकी है। इस सुरंग की लंबाई 14.57 किमी है।
जुलाई में शुरू होगा शिवपुरी-व्यासी स्टेशन का निर्माण
सुरंगों की खोदाई के साथ ही आरवीएनएल स्टेशनों के निर्माण की तैयारी में लगा है। अब तक परियोजना के तहत वीरभद्र और योग नगरी रेलवे स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। शिवपुरी और व्यासी रेलवे स्टेशन के निर्माण को तकनीकी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
जून में इसके काम का वर्कआर्डर जारी कर दिया जाएगा। जुलाई से दोनों स्टेशनों पर काम शुरू होने की संभावना है। परियोजना का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन कर्णप्रयाग है, जहां 26 लाइन बिछाई जानी हैं। वहीं, रेल लाइन बिछाने के लिए भी आरवीएनएल प्रक्रिया शुरू कर रहा है।

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