Rishikesh Car Accident: चार परिवार के सपने हुए चकनाचूर, सामने आई हादसे की वजह
उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक भीषण कार दुर्घटना में चार परिवारों के सपने चकनाचूर हो गए। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है। दुर्घटना के क ...और पढ़ें

निराश्रित पशु के अचानक सामने आने से उसे बचाने के दौरान तेज रफ्तार कार हो गई थी अनियंत्रित। आर्काइव
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। हरिद्वार रोड पर मनसा देवी फाटक के पास मंगलवार रात हुई सड़क दुर्घटना कई सवाल खड़े कर गई। निराश्रित गोवंश का सड़क पार करना, कार की तेज रफ्तार और उसके बाद उड़े धूल के गुबार में लील होती चार जिंदगियां पूरे क्षेत्र को सहमा गई। दिन भर विभागीय अफसर दौरा करते रहे। इधर, सुबह से एम्स मोर्चरी के बाहर सुबकते परिवार घटना पर यकीन नहीं कर पा रहे थे।
नगर निगम ऋषिकेश और आसपास के क्षेत्र में निराश्रित पशु सड़कों पर घूमते रहते हैं। मंगलवार रात सड़क हादसे के बाद एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया। इसमें एक निराश्रित गोवंश रात को सड़क के एक लेन से दूसरी ओर आराम से जाता हुआ दिख रहा है। गोवंश के दूसरी ओर बीच की संकरी पट्टी से धीरे से निकलते हुए का वीडियो भी नजर आ रहा है। यहीं हादसा हुआ और की तेज रफ्तार कार का चालक नियंत्रण खोता दिखा। सवाल यह भी है कि आखिर निराश्रित गोवंश पशुओं को सड़क पर कौन छोड़ रहा है। चालक कितनी तेजी से वाहन चला रहे हैं।
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि गोवंश अचानक सामने आया। कार की गति को लेकर जांच की जा रही है। प्रभारी निरीक्षक कैलाश चंद्र भट्ट ने बताया कि हर एंगल से जांच चल रही है। वहीं, सुबह हादसे में मृत 31 वर्षीय धीरज जायसवाल निवासी चंद्रेश्वरनगर, ऋषिकेश, 22 साल वर्षीय हरिओम पांडे निवासी रूषाफार्म, गुमानीवाला, 23 वर्षीय करण प्रसाद निवासी विस्थापित निर्मल ब्लाक-सी, ऋषिकेश और 20 साल के सत्य कुमार निवासी गुमानीवाला का एम्स में पोस्टमार्टम किया गया है। एम्स मोर्चरी के बाहर मृतक हरिओम के पिता अरविंद, भाई और बहनें दहाड़े मारकर फफकते हुए नजर आए। वह घटना पर यकीन ही नहीं कर पा रहीं थे। वहीं, धीरज, करण और सत्यम के स्वजन भी सुबकते रहे।
इसी साल हुई थी करण की शादी
ऋषिकेश में विस्थापित निर्मल ब्लाक-सी निवासी करण की शादी इसी साल हुई थी। सभी स्वजन परिवहन करोबार से जुड़े थे। हरिओम का भी तीन दिसंबर को जन्मदिन था। वहीं चंद्रेश्वरनगर निवासी धीरज जायसवाल के दो बेटे हैं, जो पांच साल से भी कम उम्र के हैं। सत्यम के भी चार भाई व एक बहन है। हरिओम बेहद मिलनसार स्वभाव के थे। चारों में पुरानी दोस्ती थी। वह घूमकर वापस लौट रहे थे।
संयुक्त टीम ने किया निरीक्षण
दुर्घटना के बाद संयुक्त विभागीय टीम मौके का निरीक्षण कियाा। इस दौरान दुर्घटना संभावित क्षेत्र में वाहनों की रफ्तार धीमी रखने, नो पार्किंग, नो स्टापेज प्वाइंट बनाने का सुझाव दिया गया। निगरानी व चालानी कार्रवाई को एएनपीआर कैमरों की जरूरत भी बताई गई। डिवाइडर के बीच अनावश्यक कट को भी बंद करने का सुझाव दिया गया। समिति ने निराश्रित पशुओं के भी सड़कों पर घूमने को हादसों का अहम कारण माना। टीम में एसपी देहात जया बलोनी, सीओ पूर्णिमा गर्ग, एआरटीओ प्रशासन आरएस कटारिया, पवर्तन रश्मि पंत, शहर कोतवाल कैलास चंद्र भट्ट आदि शामिल रहे।
मृतक के स्वजनों को विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने दी सांत्वना
मनसा देवी तिराहे पर कार दुर्घटना में मृतकों के स्वजनों से विधायक प्रेमचंद अग्रवाल एम्स में मिलने पहुंचे। उन्होंने मोर्चरी के बाहर स्वजनों से बातचीत कहा कि सरकार इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने पुलिस और अन्य विभागों से घटना को लेकर रिपोर्ट देने को कहा। भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों इसको लेकर भी काम करने को कहा।

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