Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रिवर्स पलायन: स्वरोजगार में जुटे हैं 45 विकासखंडों में घर वापसी करने वाले 2165 लोग, CM धामी खुद रख रहे हैं नजर

    Updated: Sat, 10 May 2025 10:58 AM (IST)

    पलायन निवारण आयोग के उपाध्यक्ष डा एसएस नेगी ने आयोग द्वारा किए गए कार्यों की विस्तार से जानकारी मुख्यमंत्री को दी। साथ ही राज्य में रिवर्स पलायन को ले ...और पढ़ें

    Hero Image
    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को सचिवालय में अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए। सूवि

    राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। उत्तराखंड के विभिन्न गांवों से पूर्व में पलायन करने के बाद अब घर वापसी करने वाले लोग खाली नहीं बैठे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में हुई पलायन निवारण आयोग की समीक्षा बैठक में उन्हें अवगत कराया गया कि राज्य में रिवर्स पलायन करने वाले लोग क्या कर रहे हैं, इसे लेकर सर्वे चल रहा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अभी तक 45 विकासखंडों से यह जानकारी मिली है कि वहां घर वापसी करने वाले 2165 लोग विभिन्न क्षेत्रों में स्वरोजगार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि रिवर्स पलायन करने वाले लोगों को अपने अनुभव साझा करने के लिए उचित प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जाए, ताकि उनके सुझावों को विभिन्न योजनाओं में सम्मिलित किया जा सके।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार रिवर्स पलायन पर विशेष जोर दे रही है। इसी क्रम में रिवर्स पलायन कर विभिन्न क्षेत्रों में स्वरोजगार कर रहे व्यक्तियों के अनुभव बेहद महत्वपूर्ण हैं। इनकी सफलता से प्रेरित होकर अन्य लोग भी स्वरोजगार के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने ग्राम्य विकास सचिव राधिका झा को निर्देश दिए कि रिवर्स पलायन करने वाले लोगों को अनुभव और उनकी सफलता की कहानियां साझा करने के लिए प्लेटफार्म विकसित किया जाए।

    इसे भी पढ़ें- उत्तराखंड वासियों के लिए खुशखबरी, 7000 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को 20 मई से मिलेंगे नियुक्ति पत्र

    उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी। जागरण


    उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी आजीविका के लिए कौशल विकास पर बल देते हुए स्थानीय निवासियों को अपने क्षेत्र में स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की जरूरत भी बताई। उन्होंने यह भी कहा कि स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को पेशेवर दक्षता प्रदान की जाए, जिससे उनके समूहों के उत्पादों की ब्रांडिंग व मार्केटिंग बेहतर होने के साथ ही उत्पाद का उचित दाम मिल सके।

    उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी आने वाले समय में उत्तराखंड को देश के श्रेष्ठ राज्यों में स्थान दिलाएगी। यह भागीदारी नारीशक्ति के जुनून, हौसले व हुनर का सम्मान होगा।

    इसे भी पढ़ें- Uttarakhand News: धामी सरकार का भ्रष्टाचार पर प्रहार, तीन सालों में 150 पर कसा शिकंजा

    योजनाओं का हो सरलीकरण

    मुख्यमंत्री ने योजनाओं के सरलीकरण के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। साथ ही पलायन निवारण आयोग को प्रभावी बनाने के लिए नियोजन, शिक्षा, पर्यटन, कौशल विकास जैसे विभागों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने पर जोर दिया। बैठक में अवस्थापना अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष विश्वास डाबर, पलायन निवारण आयोग के सदस्य रामप्रकाश पैन्यूली, सुरेश सुयाल, दिनेश रावत, अपर आयुक्त ग्राम्य विकास राजेंद्र सिंह रावत समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।