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उत्तराखंड में मानसून की बारिश औसत से 23 फीसद हुई कम

देहरादून जिले में बारिश औसत से 23 फीसद कम हुई। 25 से 31 जुलाई के बीच प्रदेश में सबसे कम बारिश औसत से 62 फीसद कम पौड़ी जिले में हुई।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 01 Aug 2019 07:34 PM (IST)Updated: Thu, 01 Aug 2019 09:13 PM (IST)
उत्तराखंड में मानसून की बारिश औसत से 23 फीसद हुई कम
उत्तराखंड में मानसून की बारिश औसत से 23 फीसद हुई कम

देहरादून, जेएनएन। बीते सप्ताह समूचे उत्तराखंड व देहरादून जिले में बारिश औसत से 23 फीसद कम हुई। 25 से 31 जुलाई के बीच प्रदेश में सबसे कम बारिश औसत से 62 फीसद कम पौड़ी जिले में हुई।   

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राज्य में एक बार फिर मानसून की रफ्तार धीमी पड़ते ही मैदानी क्षेत्र के अधिकतर तापमान में बढ़ोत्तरी होने लगी है। देहरादून और हरिद्वार में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक रिकार्ड किया गया। देहरादून का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 33.0 व न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 25.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जबकि हरिद्वार में सामान्य से तीन डिग्री अधिक 33.1 व न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 24.6 डिग्री सेल्सियस रहा। 

मौसम विज्ञान केंद्र साप्ताहिक बारिश के आंकड़ों के अनुसार बीते सप्ताह में प्रदेशभर में औसत बारिश 106.6 मिलीमीटर होनी चाहिए थी जबकि वास्वविक बारिश 82.4 मिलीमीटर हुई। जो औसत से 23 फीसद कम है। इस दौरान पौड़ी जिले में 124.4 मिलीमीटर बारिश होने चाहिए थी, जबकि हुई केवल 47.6 मिलीमीटर जो औसत से 62 फीसद कम है। देहरादून में इस दौरान 143.1 मिलीमीटर बारिश होने चाहिए थी जबकि 110.9 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई जो सामान्य से 23 फीसद कम है। 

प्रदेश के केवल दो जिले बागेश्वर व नैनीताल में बारिश क्रमश सामान्य से 21 व 11 फीसद अधिक रही है। अन्य सभी 11 जिलों में बारिश औसत से कम रिकार्ड की गई। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आने वाले चार दिनों तक प्रदेश में कहीं-कहीं एक दो दौर बौछारें पड़ सकती हैं।

कुमाऊं में बारिश से संपर्क मार्ग बाधित

पिथौरागढ़ जिले में बुधवार रात को हुई बारिश के बाद भूस्खलन से जिले की एक दर्जन सड़कें बंद हो गई। वहीं तहसील बंगापानी के तोली गांव में दो परिवारों का संयुक्त मकान ढह गया। डीडीहाट के देवीसूना में सिंचाई गूल बह गई। हाईवे में ही मलबा आने से यातायात प्रभावित रहा। काली नदी के जलस्तर में हल्की बढ़ोतरी हुई है। बागेश्वर के कपकोट और कांडा तहसील में अतिवृष्टि से तीन मकान ध्वस्त हो गए हैं। करीब 12 लोग बेघर बताए जा रहे हैं और पीड़ि‍तों ने पड़ोसियों के यहां शरण ली है।

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