विभिन्न मुद्दों को लेकर नरमू से जुड़े रेलवे कर्मचारियों ने मनाया विरोध दिवस
विभिन्न मुद्दों को लेकर नार्दर्न रेलवे मैंस यूनियन (नरमू) से जुड़े रेलवे कर्मचारियों ने सोमवार को विरोध दिवस मनाया
देहरादून, जेएनएन। निजीकरण और श्रम कानूनों में संशोधन समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर नार्दर्न रेलवे मैंस यूनियन (नरमू) से जुड़े रेलवे कर्मचारियों ने सोमवार को विरोध दिवस मनाया। इसके साथ ही स्टेशन पर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए जन जागरण अभियान भी चलाया।
नरमू के शाखा अध्यक्ष उग्रसेन सिंह ने बताया कि यह अभियान छह जून तक जारी रहेगा। फिर भी केंद्र सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो आंदोलन तेज किया जाएगा। कार्यकारी शाखा सचिव बीएस राजपूत और सहायक शाखा सचिव नरेश गुरूंग ने बताया कि भारत सरकार की दमनकारी, निजीकरण, निगमीकरण और कर्मचारी विरोधी अन्य नीतियों के विरोध में ऑल इंडिया रेलवे मैंस फैडरेशन के आह्वान पर नरमू से जुड़े देहरादून के रेलवे कर्मचारी भी विरोध कर रहे है।
विरोध करने वालों में शाखा अध्यक्ष उग्रसेन सिंह, कार्यकारी शाखा सचिव बीएस राजपूत, सहायक शाखा सचिव नरेश गुरुंग, शाखा उपाध्यक्ष नरेश कुमार, ओमवीर सिंह, प्रिंस चतुर्वेदी, राजेश गिरी, विवेक घई, एसके अग्रवाल, भरत चैहान, कुलदीप मल, गौरव चैहान, दिलीप रावत, रामचंद्र आदि शामिल रहे।
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प्रमुख मांगें
- महंगाई भत्ता में बढ़ोतरी जारी रखी जाए और देय महंगाई भत्ता शीघ्र जारी किया जाए।
- रेलवे में निजीकरण, निगमीकरण बंद हो।
- श्रम कानूनों में संशोधन बंद किया जाए।
- नई पेंशन नीति रद्द कर पुरानी पेंशन नीति लागू की जाए।
- मल्टी स्कलिंग और स्टाफ मर्जर कैडर बंद किया जाए।
- सभी कैडरों के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाना चाहिए।
- कोविड-19 प्रकोप के दौरान कार्यरत सभी रेल कर्मियों को कोरोना योद्धाओं की तरह बीमा सुरक्षा व प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाए।
- कार्य के दौरान पब्लिक के संपर्क में आने वाले सभी रेलकर्मियों को पीपीई किट, मास्क और हाथ के दास्ताने आदि उपलब्ध कराए जाएं।
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