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सूरी हत्याकांड में वांछित प्रापर्टी डीलर रविकांत किरयाना मेरठ से गिरफ्तार

पुलिस ने अधिवक्ता राजेश सूरी हत्याकांड समेत जमीन धोखाधड़ी के कई चर्चित मामलों में वांछित प्रापर्टी डीलर रविकांत किरयाना को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 27 May 2019 09:46 AM (IST)Updated: Mon, 27 May 2019 09:46 AM (IST)
सूरी हत्याकांड में वांछित प्रापर्टी डीलर रविकांत किरयाना मेरठ से गिरफ्तार

देहरादून, जेएनएन। अधिवक्ता राजेश सूरी हत्याकांड समेत जमीन धोखाधड़ी के कई चर्चित मामलों में वांछित प्रापर्टी डीलर रविकांत किरयाना को पुलिस ने रविवार को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया। डालनवाला पुलिस ने किरयाना को कोर्ट में पेश कर दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। किरयाना की पुलिस पिछले कई महीने से तलाश कर रही थी, लेकिन वह नाम और पहचान बदल कर लगातार पुलिस से बचता रहा।

बता दें कि खुड़बुड़ा निवासी अधिवक्ता राजेश सूरी की 29 सितंबर 2014 को नैनीताल हाइकोर्ट से लौटते समय संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मामले में उनकी अधिवक्ता बहन रीता सूरी ने जहर देकर हत्या की आशंका जताते हुए शहर कोतवाली में रविकांत किरयाना पुत्र श्याम लाल निवासी लक्ष्मी रोड डालनवाला समेत तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इसके अलावा किरयाना पर अकेले डालनवाला कोतवाली जमीन धोखाधड़ी समेत पंद्रह आपराधिक मामलों में मुकदमा पजीकृत है। उसके खिलाफ स्थायी गैर जमानती वारंट जारी हो रखा है। पुलिस उसकी तलाश में मेरठ, नो

कई मामलों में कराया था केस

अधिवक्ता राजेश सूरी ने अंगेलिया हाउसिंग घोटाला, दौलतराम ट्रस्ट घोटाला, जज क्वार्टर घोटाला, दो करोड़ रुपए के राजस्व घोटाले और भ्रष्टाचार के कई मामलों में किरयाना पर मुकदमा दर्ज कराया था। अंगेलिया हाउसिंग घोटाले में उन्होंने सीबीआई जांच की पैरवी की थी।

ऐसे पकड़ा गया किरयाना

गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस से बचने के लिए किरयाना भूमिगत हो गया। वह नाम और पहचान बदल कर अलग-अलग शहरों में छिपने लगा। वह लोगों से संपर्क करने के लिए वाट्सएप से कॉल करता था, ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न की जा सके। वहीं, यह भी पता चला कि किरयाना होटलों में ही रहता है और इंटरनेट के जरिए बुकिंग कराता है। पुलिस ने तमाम होटलों से संपर्क किया और किरयाना की पूरी डिटेल उन्हें भेज दी गई। इस पर मेरठ के एक होटल में ठहरने के दौरान उसकी पहचान हुई और वह पकड़ा गया।

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