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    पीएमजीएसवाई से उत्तराखंड में गांवों तक सड़कों का जाल, 25 साल में खर्च हुए 11134 करोड़

    Updated: Thu, 30 Oct 2025 06:09 PM (IST)

    उत्तराखंड में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत पिछले 25 सालों में 11,134 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इससे 21,316 किलोमीटर सड़कों का निर्माण हुआ है और 1864 गांवों को सड़क सुविधा मिली है। अब पीएमजीएसवाई के चतुर्थ चरण में 250 से अधिक जनसंख्या वाले 1490 गांवों को सड़क से जोड़ने की योजना है।

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    पीएमजीएसवाई के तहत 21316 किलोमीटर सड़कें बनीं, 1864 गांवों को मिली सुविधा। प्रतीकात्‍मक

    केदार दत्त, जागरण देहरादून। विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड के गांवों तक सड़क पहुंचाने में केंद्र की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाइ) महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। 25 साल में गांवों तक सड़क पहुंचाने को खर्च हुई 11,134 करोड़ की धनराशि इसका उदाहरण है। इससे 21,316 किलोमीटर सड़कों का निर्माण हुआ और 1864 गांव सड़क सुविधा से जुड़े हैं। अब पीएमजीएसवाई के चतुर्थ चरण में 250 से अधिक जनसंख्या वाले 1490 गांवों को सड़क से जोड़ने की योजना है। बावजूद इसके 2203 गांवों तक सड़क पहुंचाने की चुनौती बनी हुई है। सरकार ने इसके लिए केंद्र में दस्तक देकर मानकों में छूट देने का आग्रह किया है।

    नौ नवंबर, 2000 में राज्य गठन के बाद ग्रामीण क्षेत्रों को सड़कों से जोड़ने के लिए राज्य सेक्टर के अलावा पीएमजीएसवाई की ओर भी रुख किया गया। दिसंबर, 2000 में पीएमजीएसवाइ के तहत सड़क निर्माण के लिए 1864 गांव चयनित किए गए। पीएमजीएसवाई में 250 से अधिक आबादी वाले गांवों को ही सड़क से जोड़ा जा सकता है। वर्ष 2001 की जनगणना के आधार पर इन गांवों का चयन किया गया। पीएमजीएसवाई खंड से मिली जानकारी के अनुसार इन गांवों के लिए 21,316 किलोमीटर सड़कों के निर्माण में अब तक 11,134 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।

    अब जबकि पीएमजीएसवाई का चतुर्थ चरण प्रारंभ हो चुका है तो वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर 1490 गांवों का चयन किया गया है। ये सभी 250 से अधिक जनसंख्या वाले हैं। यद्यपि, इसमें कुछ गांवों तक सड़क पहुंचाने को क्लस्टर भी बनाए गए हैं। जल्द ही इन सड़कों पर काम शुरू होगा।

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    इन गांवों के लिए चुनौती बरकरार


    राज्य में वर्तमान में 150 से 249 तक की जनसंख्या वाले 407 गांव हैं। इसके अलावा 1796 गांव ऐसे हैं, जिनकी आबादी 150 से कम है। ये पीएमजीएसवाई के जनसंख्या के तय मानकों की कसौटी में नहीं आ रहे हैं। राज्य की विषम परिस्थितियों को देखते हुए योजना में छूट प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार में दस्तक दी गई है। सरकार को उम्मीद है कि इस दिशा में केंद्र जल्द ही सकारात्मक निर्णय लेगा।

    पीएमजीएसवाई में निर्मित सड़कें

    • जिला, सड़क, धनराशि, जुड़े गांव
    • अल्मोड़ा, 3013, 1249, 272
    • चमोली, 2550, 1592, 214
    • पौड़ी, 2532, 1264, 205
    • टिहरी, 2367, 1194, 264
    • पिथौरागढ़, 2319, 1426, 167
    • बागेश्वर, 1567, 823, 129
    • उत्तरकाशी, 1438, 766, 123
    • रुद्रप्रयाग, 1361, 768, 136
    • देहरादून, 1308, 611, 96
    • नैनीताल, 1246, 554, 112
    • चंपावत, 1234, 578, 99
    • हरिद्वार, 309, 92, 19
    • यूएस नगर, 111, 37, 28

    (नोट: सड़क किलोमीटर, धनराशि करोड़ रुपये और गांव संख्या में)