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    PM Surya Ghar Yojana: उत्‍तराखंड में सोलर क्रांति, अब तक 37 हजार से ज्‍यादा घरों में लगे Solar Plant

    Updated: Thu, 17 Jul 2025 07:03 PM (IST)

    उत्तराखंड ऊर्जा निगम पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना पर काम कर रहा है जिसके तहत राज्य में 37 हजार से अधिक घरों में सोलर संयंत्र लगाए गए हैं। निगम का दावा है कि इससे 140 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। 33 हजार उपभोक्ताओं को 273 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है। निगम ने उपभोक्ताओं से योजना में भाग लेने की अपील की है।

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    उत्तराखंड में सूर्यघर योजना में 37 हजार से अधिक घरों पर लगे सोलर. Concept

    जागरण संवाददाता, देहरादून। प्रधानमंत्री मोदी के ‘हर घर सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में उत्तराखंड ऊर्जा निगम पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना पर व्यापक स्तर पर कार्य कर रहा है।

    राज्यभर में अब तक 37 हजार 400 घरेलू उपभोक्ताओं ने रूफटाप सोलर संयंत्र स्थापित कराए हैं। यह कार्य निर्धारित समय-सीमा से पहले पूर्णता की ओर अग्रसर है, जो कि ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। ऊर्जा निगम ने सोलर प्लांट से कुल 140 मेगावाट बिजली उत्पादन होने का दावा किया है।

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    ऊर्जा निगम ने प्रदेश में कुल 40 हजार संयंत्रों के लक्ष्य को शीघ्र प्राप्त करने की दिशा में तेज गति से काम किया है। इन संयंत्रों की कुल स्थापित क्षमता 140 मेगावाट से अधिक हो चुकी है, जिससे हजारों परिवार अब बिजली बिलों में बड़ी राहत पा रहे हैं।

    ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत 33 हजार से अधिक उपभोक्ताओं को अब तक लगभग 273 करोड़ की सब्सिडी प्रदान की जा चुकी है। योजना में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए 600 से अधिक वेंडर्स को अधिकृत किया गया है, जिनकी सूची केंद्रीय पोर्टल पर उपलब्ध है। ऊर्जा निगम ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे इस महत्वाकांक्षी योजना में भाग लेकर हरित ऊर्जा क्रांति का हिस्सा बनें और उत्तराखंड को ऊर्जा आत्मनिर्भर प्रदेश बनाने में सहयोग करें।

    यह है सब्सिडी का प्रविधान

    • एक किलोवाट संयंत्र: 50 हजार रुपये (33 हजार केंद्रांश और 17 हजार राज्यांश)
    • दो किलोवाट संयंत्र: एक लाख रुपये (66 हजार केंद्रांश और 34 हजार राज्यांश)
    • तीन किलोवाट संयंत्र: एक लाख 36 हजार 800 (85800 केंद्रांश और 51000 राज्यांश)

    संयुक्त अध्ययन से बढ़ेगा गुणवत्ता नियंत्रण

    ऊर्जा निगम ने काउंसिल आन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वाटर (सीईईडब्ल्यू) के सहयोग से एक संयुक्त अध्ययन भी प्रारंभ किया है। इसका उद्देश्य राज्य में लगे सोलर संयंत्रों की उत्पादन क्षमता, रख-रखाव एवं परिचालन स्थिति का मूल्यांकन करना है, ताकि उपभोक्ताओं को अधिकतम लाभ मिल सके और सौर ऊर्जा के प्रति जागरूकता भी बढ़े।

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