पिथौरागढ़-मुनस्यारी मार्ग छह माह में होगा तैयार: नितिन गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग जहाजरानी और एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पिथौरागढ़ से मुनस्यारी तक सड़क को अगले छह माह के भीतर तैयार किया जा ...और पढ़ें

देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में लाइफलाइन यानी सड़कों का नेटवर्क राज्य की आर्थिकी में बदलाव का बड़ा जरिया बनने जा रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जहाजरानी और एमएसएमई मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि चार धाम ऑल वेदर रोड को जल्द पूरा करने के लिए बाधाएं दूर की जा रही हैं। पिथौरागढ़ से मुनस्यारी तक सड़क को अगले छह माह के भीतर तैयार किया जाएगा। औली आने वाले समय में दावोस से भी सुंदर शहर के रूप में स्थापित होगी।
दैनिक जागरण के साथ ऑनलाइन राउंड टेबल में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि चार धाम ऑलवेदर रोड के साथ ही पिथौरागढ़-मुनस्यारी रोड राज्य की आर्थिकी के साथ ही देश की सामरिक सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम हैं। चार धाम ऑलवेदर रोड में अनावश्यक सियासी दखलंदाजी और कई तरह से लग रहे अड़ंगों से केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री व्यथित नजर आए। उन्होंने कहा कि 12 हजार करोड़ लागत से बन रही ऑलवेदर रोड के निर्माण में कई तरह की अड़चनें पेश आ रही हैं। पर्यावरण संबंधी मसलों के साथ ही भूमि की उपलब्धता में भी दिक्कतें हैं। एनजीटी, हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में मामले होने से सड़क निर्माण की रफ्तार पर असर पड़ा है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने कहा कि भूमि उपलब्ध होते ही काम को तेजी से पूरा कराया जाएगा। इस संबंध में वह खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्य सचिव, राजस्व सचिव समेत राज्य सरकार के अधिकारियों से भी वार्ता कर चुके हैं। उन्होंने पर्यावरण, पारिस्थितिकी की सुरक्षा को प्राथमिकता और राज्य के आर्थिकी हितों को ध्यान में रखकर चार धाम ऑलवेदर रोड निर्माण के लिए सभी राज्यवासियों का रचनात्मक व सकारात्मक सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना को पूरा करने के लिए एक ध्येय से आगे बढ़ने की आवश्यकता है। उत्तराखंड की आर्थिकी में इससे बड़ा परिवर्तन होने जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऑलवेदर रोड क्षेत्र में औली भविष्य का खूबसूरत शहर है। दिल को छूने वाले इस शहर में स्विट्जरलैंड के दावोस से ज्यादा संभावनाएं हैं। वहां हेलीकॉप्टर से आवाजाही को सुगम बनाया जाएगा। पिथौरागढ़-मुनस्यारी के लिए सड़क निर्माण प्रारंभ हो चुका है। माइनस आठ डिग्री तापमान में इस सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है। मिग-26 से ड्रिलिंग मशीनें पहुंचाई गई हैं। आगामी छह माह में यह सड़क बनकर तैयार हो जाएगी। इससे चीन सीमा तक पहुंच आसान हो जाएगी।
ऑल वेदर रोड
- परियोजना का संक्षिप्त विवरण
- योजना का नाम :- चारधाम परियोजना (ऑल वेदर रोड)
- उद्घाटन :- 27 दिसंबर 2016, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों
- परियोजना की कुल लंबाई :- 889 किलोमीटर
- अनुमानित लागत :- 11700 करोड़
- प्रस्तावित चौड़ाई :- दो लेन पक्के शोल्डर के साथ
- प्रस्तावित टनल :- दो (चंबा एवं राड़ी टॉप)
- प्रस्तावित बड़े पुल :- 15
- प्रस्तावित एलिवेटेड मार्ग :- तीन
- प्रस्तावित छोटे पुल :- 107
- घनी आबादी क्षेत्र में बाईपास :- 16
- भूस्खलन क्षेत्रों का उपचार :- 39 स्थान
- विश्राम स्थल एवं सुविधा केंद्र :- 42
कहां से कहां तक कितनी सड़क
- ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग- 140 किमी
- रुद्रप्रयाग से माणा- 160 किमी
- ऋषिकेश से धरासू- 144 किमी
- धरासू से गंगोत्री- 124 किमी
- धरासू से यमुनोत्री- 95 किमी
- रुद्रप्रयाग से गौरीकुंड- 76 किमी
- टनकपुर से पिथौरागढ़- 150 किमी
यह भी पढ़ें: ड्रेगन तक भारत की पहुंच रास नहीं आ रही नेपाल को, मीडिया में मुखर हुआ विरोध

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।