दून मेडिकल कॉलेज के पीजी हॉस्टल में तेज डीजे बजाने पर हंगामा, पुलिस से भिड़े छात्र
देहरादून के दून मेडिकल कॉलेज के पीजी हॉस्टल में देर रात फेयरवेल पार्टी में हंगामा हुआ। छात्रों ने तेज आवाज में डीजे बजाया, जिसकी शिकायत पर पहुंची पुलिस से उनकी झड़प हो गई। पुलिस ने कुछ छात्रों को कोतवाली ले जाकर चेतावनी दी। घटना के बाद डॉक्टरों ने विरोध जताया और प्राचार्य ने जांच समिति गठित की। हॉस्टल की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठे।

प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। दून चौक स्थित दून मेडिकल कालेज के पीजी हास्टल में देर रात हंगामा हो गया। मेडिकल कालेज के कुछ छात्र-छात्राएं तेज आवास में डीजे बजाकर डांस कर रहे थे। शिकायत पर डीजे बंद करवाने के लिए पहुंची पुलिस के साथ कुछ पीजी छात्र भिड़ गए। ऐसे में पुलिस कुछ छात्रों को शहर कोतवाली लेकर आई। इसके बाद उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा गया। वहीं पुलिस ने होस्टल वार्डन को भी दिशा निर्देश जारी किए हैं।
देर रात हॉस्टल में चल रही थी पार्टी, डीजे चलने पर सुरक्षाकर्मी ने कंट्रोल रूम पर की शिकायत
दून चौक के निकट दून मेडिकल कालेज का पीजी हॉस्टल है, जहां पर मेडिकल के छात्र-छात्राए रहते हैं। शनिवार देर रात करीब दो बजे छात्र-छात्राओं की ओर से फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया और तेज आवाज में डीजे बजाने लगे। इससे आसपास रहने वाले छात्र-छात्राएं व लोग काफी परेशान हुए। सुरक्षाकर्मी ने उन्हें डीजे बंद करने को कहा तो वह नहीं माने और मनमर्जी करते रहे। ऐसे में सुरक्षाकर्मी ने कंट्रोल रूम में फोन किया। कंट्रोल रूम ने इसकी सूचना शहर कोतवाली पुलिस को दी तो तत्काल चीता पुलिस मौके पर पहुंच गई। उन्होंने छात्राओं को डीजे बंद करने को कहा तो वह उल्टा उनसे ही भिड़ गए।
डीजे बंद करवाने के लिए पहुंची पुलिस से अभद्रता, कुछ छात्रों को कोतवाली लाकर चेतावनी देकर छोड़ा
मेडिकल छात्राें के न मानने पर ड्यूटी आफिसर मौके पर पहुंचे और डीजे बंद कराया। इसके बाद कुछ छात्राओं को पुलिस अपने साथ शहर कोतवाली लेकर आई। चेतावनी देकर उन्हें छोड़ा गया। शहर कोतवाल प्रदीप पंत ने बताया कि फेयरवेल पार्टी के चलते कुछ छात्राओं की ओर से देर रात पार्टी का आयोजन किया गया था। कंट्रोल रूप में सूचना पहुंचने पर पुलिसकर्मियों को डीजे बंद करने के लिए भेजा गया था, लेकिन छात्र फिर भी नहीं मानें। इसके बाद कुछ छात्राओं को बुलाया गया। उन्हें चेतावनी दी गई कि भविष्य में इस तरह की हरकतें न करें।
पीजी हॉस्टल विवाद: डॉक्टर आज काली पट्टी पहनकर करेंगे काम
पीजी हॉस्टल की घटना के बाद डाक्टरों में आक्रोश है। मामला तब बिगड़ा जब एक व्यक्ति ने न्यूरो सर्जन डा. अमित का कालर पकड़ लिया और पुलिस के साथ छात्रों को हास्टल से बाहर ले जाने का प्रयास किया। इसके विरोध में डाक्टर आज काली पट्टी पहनकर काम करेंगे। वहीं प्राचार्य डा. गीता जैन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएमएस डा. एनएस बिष्ट की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी सोमवार को अपनी रिपोर्ट प्राचार्य को सौंपेगी।
सुरक्षा और अनुशासन पर उठे सवाल
डीएमएस डा. एनएस बिष्ट ने कहा कि हास्टल में रात को तेज म्यूजिक बजाना और गेट पर शाम से किसी की एंट्री न होना लापरवाही है। हास्टल सुरक्षा कर्मियों की ओर से बाहरी लोगों की रजिस्टर में एंट्री न करने और बिना अनुमति उन्हें प्रवेश देने पर प्राचार्या ने कड़ी नाराजगी जताई है।
डॉक्टरों ने जताया विरोध
पीजी डॉक्टरों ने कहा कि कालर पकड़ने का यह मामला अस्वीकार्य है। उन्होंने तेज म्यूजिक पर खेद प्रकट किया, लेकिन बाहरी व्यक्ति और पुलिस के व्यवहार से उनका आक्रोश जताया है।
व्यवस्थागत खामियां भी उजागर
पीजी हास्टल में नियमित राउंड न होना और रजिस्टर में एंट्री न करना जैसी व्यवस्थागत खामियों पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। प्राचार्या ने कहा कि कमेटी से पूरी रिपोर्ट लेकर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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