यहां के लोग पी रहे दूषित पानी, विधायक के निर्देश भी हवा
डाकपत्थर ग्राम पंचायत की जमुना खादर बस्ती में के लोग पिछले 40 वर्षों से नहर का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इनके लिए पानी पहुंचाने के विधायक के आदेश भी हवा साबित हो रहे हैं।
विकासनगर, [जेएनएन]: डाकपत्थर ग्राम पंचायत की जमुना खादर बस्ती में के लोग पिछले 40 वर्षों से नहर का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। इनकी सुनने वाला भी कोई नहीं है। यही, नहीं इनके लिए पानी पहुंचाने के विधायक के आदेश भी हवाई साबित हो रहे हैं।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय डाकपत्थर के पीछे यमुना नदी के किनारे 30 परिवारों की बस्ती है। हिमाचली व नेपाली मूल के ये परिवार पिछले 40 वर्षों से यहां स्थाई तौर पर निवास कर रहे हैं। बस्ती में जिम्मेदार 40 वर्षों में पेयजल सुविधा मुहैया नहीं करा पाए हैं। नतीजन लोग शक्ति नहर का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।
बस्ती के लोगों को पेयजल सुविधा मुहैया होने की उम्मीद गत मार्च माह में जगी थी। तब 30 परिवारों की इस बस्ती में क्षेत्रीय विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने जल संस्थान अधिकारियों के साथ दौरा कर पेयजल लाइन बिछाने के निर्देश दिए थे।
उस समय स्थानीय लोगों ने विधायक को बताया कि पिछले 40 वर्षों से वे शक्ति नहर के दूषित पानी का बतौर पेयजल उपयोग कर रहे हैं। विधायक के दौरे के सात माह बीतने के बाद भी पेयजल लाइन बिछाने का कार्य शुरू नहीं किया गया है। इससे बस्ती के लोगों को पेयजल सुविधा मुहैया होने की उम्मीद भी धूमिल हो गई है।
बस्ती के लोगों के मुताबिक जल संस्थान अधिकारियों से लेकर स्थानीय जन प्रतिनिधियों से कई बार पेयजल सुविधा मुहैया कराने की मांग की गई। उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। गत मार्च माह में विधायक मुन्ना चौहान ने जल संस्थान अधिकारियों के साथ बस्ती का दौरा कर अधिकारियों को पेयजल लाइन बिछाने के निर्देश दिए थे। साथ पेयजल लाइन के लिए संभावित स्रोतों व मार्ग का निरीक्षण कर शीघ्र कार्य शुरू करने को कहा था।
सात माह बीतने के बावजूद यहां पेयजल लाइन बिछाने के लिए कोई कार्रवाई शुरू नहीं हो पाई है। हालांकि ग्राम प्रधान ने यहां एक हैंडपंप जरूर लगवा दिया। उधर, जल संस्थान के एसडीओ एपी सिंह ने बताया कि बस्ती में पेयजल लाइन बिछाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर दिया गया है।
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