सफलता के लिए धैर्य और दृढ़ता जरूरी, दून स्कूल के स्थापना दिवस पर बोले नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी
द दून स्कूल के स्थापना दिवस का आयोजन पूरी तरह से ऑनलाइन जरूर हुआ लेकिन छात्रों ने समारोह में प्रतिभाग कर इसे सफल बनाया। कार्यक्रम में नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने स्कूल के छात्रों से अपने जीवन के संघर्ष और कई अन्य अनुभव साझा किए।
देहरादून, जेएनएन। जीवन में किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए धैर्य और दृढ़ता जरूरी है। इसके अलावा निडरता एक ऐसा गुण है, जो हमें निरंतर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। हम अपने जीवन की चुनौतियों और संकट को इन्हीं गुणों की बदौलत एक निर्णायक मोड़ पर ला सकते हैं, यह बात नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने द दून स्कूल के 85वें स्थापना दिवस पर छात्रों को संबोधित करते हुए कही।
द दून स्कूल के स्थापना दिवस का आयोजन पूरी तरह से ऑनलाइन जरूर हुआ, लेकिन छात्रों ने समारोह में प्रतिभाग कर इसे सफल बनाया। कार्यक्रम में नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने स्कूल के छात्रों से अपने जीवन के संघर्ष और कई अन्य अनुभव साझा किए। उन्होंने छात्रों को इस संकट की घड़ी में सुरक्षित रहने और दूसरों को भी सुरक्षित रखने की अपील की। स्कूल के हेडमास्टर डॉ. जगप्रीत सिंह ने स्कूल की सालाना रिपोर्ट पेश की। उन्होंने कोरोनाकाल में स्कूल द्वारा छात्रों की पढ़ाई सुचारू रखने के लिए किए गए सभी प्रयासों की भी जानकारी दी। उन्होंने स्कूली छात्रों को जीवन में अनुशासन का महत्व बताते हुए हमेशा एक अनुशासित जीवन जीने की अपील भी की। धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के कप्तान अजय प्रताप सिंह ग्रेवाल ने किया। अजय ने स्कूल में पढ़ाई के दौरान अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम को लाइव प्रसारित किया गया। अंत में स्कूल के म्यूजिक डिपार्टमेंट द्वारा तैयार एक ऑर्केस्ट्रा प्रदर्शन की रिकॉर्डिंग भी चलाई गई। छात्रों द्वारा तैयार किए गए मॉडलों की प्रदर्शनी का वीडियो भी अंत मे दिखाया गया।
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29 नवंबर से खुलेगा दून स्कूल
द दून स्कूल छात्रों के लिए 29 नवंबर से खुलेगा। बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, इंडियन पब्लिक स्कूल सोसाइटी के अध्यक्ष सुनील कांत मुंजाल ने कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि छात्रों को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिए हरसंभव प्रयास स्कूल में किए जाएंगे। इसके लिए स्कूल द्वारा विशेष एसओपी तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले बोर्ड कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल खोले जाएंगे। दूसरी कक्षा के छात्रों को स्कूल बुलाने पर बाद में विचार किया जाएगा।
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