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    Paryushan Parva 2020: दिगंबर जैन समाज का पर्युषण पर्व शुरू, राज्यपाल मौर्य ने दीं शुभकामनाएं

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Sun, 23 Aug 2020 03:45 PM (IST)

    Paryushan Parva 2020 दस दिवसीय पर्युषण पर्व आज (रविवार) से शुरू हो गया है। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार शहर में बड़े आयोजन नहीं होंगे।

    Paryushan Parva 2020: दिगंबर जैन समाज का पर्युषण पर्व शुरू, राज्यपाल मौर्य ने दीं शुभकामनाएं

    देहरादून, जेएनएन। Paryushan Parva 2020 दिगंबर जैन समाज का 10 दिवसीय पर्युषण पर्व आज (रविवार) से शुरू हो गया है। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार शहर में बड़े आयोजन नहीं होंगे। जैन मंदिरों में अनुयायी सिर्फ देवदर्शन कर सकेंगे, जबकि पूजा पाठ घर पर करेंगे। दिगंबर जैन समाज समिति के पदाधिकारी इस संबंध में सोशल मीडिया के साथ ही मंदिरों के बाहर पोस्टर लगाकर श्रद्धालुओं जानकारी दे रहे हैं। वहीं, राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने प्रदेशवासियों विशेषकर जैन समुदाय के लोगों को पर्युषण पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में राज्यपाल ने कहा है कि संयम और आत्मशुद्धि के इस पवित्र त्यौहार से सभी लोगों को क्षमा, त्याग, सेवा और करुणा की प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति का मूल आधार तप, त्याग और संयम हैं। मानव की सोई हुई अन्तः चेतना को जागृत करने, आध्यात्मिक ज्ञान के प्रचार, सामाजिक सद्भावना और सर्व धर्म समभाव के कथन को बल प्रदान करने के लिए पर्यूषण पर्व मनाया जाता है। यह पर्व सिखाता है कि धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष आदि की प्राप्ति में ज्ञान और भक्ति के साथ सद्भावना का होना भी अनिवार्य है।

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    श्वेतांबर और दिगंबर जैन समाज के पर्युषण पर्व भाद्रपद मास में मनाए जाते हैं। श्वेतांबर के व्रत समाप्त होने के अगले दिन से दिगंबर समाज के व्रत शुरू होते हैं। कोरोना महामारी के कारण भजन, कीर्तन, अनुष्ठान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आदि जैसे बड़े आयोजन स्थगित किए गए हैं। पहले दिन जैन समाज के लोग क्रोध से जीतने के लिए उत्तम क्षमा का पालन करेंगे। दस दिवसीय पर्युषण पर्व में क्षमा, मार्दव, आर्नव, सत्य, संयम, शौच, तप, त्याग, आकिंचन्य और ब्रह्मचर्य दस लक्षण का पालन किया जाता है। वहीं, दिगंबर जैन पंचायती मंदिर 22 अगस्त से तीन सितंबर तक सुबह छह से 10 बजे और शाम 6:30 से 8:30 बजे तक देवदर्शन के लिए खुला है। शाम 7:30 पर आरती होगी।

    श्रीजी का होता है अभिषेक

    भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय महामंत्री एनसी जैन ने बताया कि दस दिनों तक व्रत रखकर श्रीजी का अभिषेक किया जाता है। दिन में धर्म चर्चा और स्वाध्याय होता है, जबकि शाम के वक्त आरती, भजन और प्रभु की भक्ति की जाती है। शहर के जैन पंचायती मंदिर के अलावा सुभाषनगर, रुचिपुरा माजरा, डिस्पेंसरी रोड आदि मंदिरों में सुबह विधिवत पूजा होगी।

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    पोषद के साथ संपन्न हुआ श्वेतांबर जैन समाज का पर्युषण पर्व

    गत 15 अगस्त से शुरू हुए श्वेतांबर जैन समाज का आठ दिवसीय पर्युषण पर्व पोषद के साथ शनिवार को संपन्न हो गया। तिलक रोड स्थित स्थानकवासी में शारीरिक दूरी बनाकर श्वेतांबर समाज मानने वालों ने व्रत रखकर निर्जला पोषद और क्षमा कार्यक्रम रखा। श्वेतांबर समाज के राकेश जैन ने बताया कि इस बार कोरोना संक्रमण के चलते अधिकांश लोग घर पर ही पर्व मना रहे हैं। स्थानकवासी में कम ही लोग पहुंचे। इस मौके पर विपिन जैन, प्रदीप जैन, राहुल, सुभाष जैन आदि मौजूद रहे।

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