Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में आज भी ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली को लेकर ऑरेंज अलर्ट
Uttarakhand Weather Update मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड में बारिश और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बुधवार को भी देहरादून हरिद्वार टिहरी पौड़ी अल्मोड़ा नैनीताल चंपावत बागेश्वर पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर में कहीं-कहीं भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Weather Update मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड में बारिश और ओलावृष्टि को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बुधवार को भी देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और ऊधमसिंह नगर में कहीं-कहीं भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका है। जबकि, पर्वतीय इलाकों में आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। इसके अलावा मैदानी इलाकों में 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवा भी चल सकती है।
दून मसूरी में अधंड के साथ बौछारें
दून, मसूरी और विकासनगर में शाम को काले बादलों के डेरे के बीच अंधड़ चला और कई जगह बौछारें भी गिरीं। विभिन्न क्षेत्रों में अंधड़ के कारण पेड़ और विद्युत पोल गिरने की सूचना है। जबकि, दून के ज्यादातर इलाकों में इस दौरान बिजली भी गुल रही। मसूरी में तेज हवाओं के बाद बौछारें गिरीं और तापमान ने फिर गोता लगाया।
चमोली के घाट बाजार में बादल फटने से भारी नुकसान
उत्तराखंड में पहाड़ों में प्रकृति ने कहर बरपा रखा है। रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद अब मंगलवार को चमोली जिले के घाट बाजार में भी बादल फटा। इससे बाजार में भारी मात्रा में मलबा कई दुकानों और घरों में जा घुसा, जिससे खासा नुकसान हुआ। सूचना के बाद राजस्व पुलिस, नागरिक पुलिस व एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और एक घर में फंसे दो बच्चों समेत चार व्यक्तियों को सुरक्षित निकाल लिया। उधर, घाट विकासखंड के ही धुर्मा गांव और बांसजगबड़ मोटर मार्ग पर साउंड टनोला तोक में अतिवृष्टि से भी कई घरों को आंशिक नुकसान हुआ है। फिलहाल तीनों घटनाओं में जनहानि की कोई सूचना नहीं है। उधर, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी चमोली को प्रभावितों तक राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने घायलों के समुचित इलाज और बेघर हुए व्यक्तियों के लिए भोजन व रहने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि नुकसान का आकलन करते हुए प्रभावितों को अनुमन्य सहायता राशि अविलंब उपलब्ध कराई जाए।
चमोली जिले में शाम पांच बजे करीब मौसम का मिजाज बदल गया और बादलों की गडग़ड़ाहट के बीच तेज बारिश शुरू हो गई। इसी दौरान घाट बाजार के ङ्क्षबसर की पहाडिय़ों पर बादल फटने से खेतों को बहाते हुए मलबा 15 से अधिक घरों व तहसील मोटर मार्ग पर 20 से अधिक दुकानों में जा घुसा। लॉकडाउन के चलते यहां अधिकतर दुकानें बंद थी। बताया गया कि चार वाहन मलबे से क्षतिग्रस्त हुए हैं। मलबा आने से घाट के कुंवर कालोनी में कमल ङ्क्षसह, उसके दो बच्चे और एक अन्य व्यक्ति घर के अंदर फंस गए थे। जिन्हें बाद में निकाल लिया गया।
दूसरी ओर, घाट बांसजगबड़ मोटर मार्ग पर साउंड टनोला तोक में भी अत्याधिक बारिश के बाद गदेरा उफान पर आने से एक दर्जन से अधिक मकानों में मलबा घुस गया। गणेश नगर में मलबा आने से नंदप्रयाग घाट मोटर मार्ग बंद हो गया। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदकिशोर जोशी ने बताया कि एसडीआरएफ व प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है।
उधर, कुमाऊं के पर्वतीय जिलों में भी जोरदार बारिश हुई। देर शाम बागेश्वर के चिड़ंग क्षेत्र में भारी बारिश के कारण गदेरे उफान पर आ गए। बालीघाट-बागेश्वर मोटर मार्ग के चिड़ंग के समीप पहाड़ी दरकने से मलबा सड़क के बीचोंबीच आ गया। सड़क के दोनों ओर घंटों वाहन फंसे रहे।
बैनोली में अतिवृष्टि से घरों में घुसा मलबा
रुद्रप्रयाग में जखोली क्षेत्रांतर्गत हुई देर शाम अत्यधिक वर्षा के कारण तिलवाड़ा-मयाली मोटर मार्ग पर स्थान बैनोली के निकट गदेरे में अतिवृष्टि के कारण पांच घरों में पानी व मलबा भर गया। खेत भी बह गए हैं। गांव की पेयजल लाइन भी क्षतिग्रस्त हुई है। अतिवृष्टि की सूचना मिलने पर चौकी प्रभारी जखोली उपनिरीक्षक ललित मोहन भट्ट पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचे हैं। इस घटना से किसी भी जान-माल के नुकसान की नहीं। तिलवाड़ा-मयाली मार्ग बाधित हो गया है, मलबा हटाया जा रहा है।

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