ऑपरेशन कालनेमि: एसआईटी गठित, तेज होगी ढोंगियों की धड़पकड़; अब तक 14 गिरफ्तार
उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा ऑपरेशन कालनेमि राज्यभर में सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा के लिए चलाया जा रहा है। इस अभियान में असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जा रही है जो पहचान छिपाकर अपराध कर रहे थे। पुलिस ने 5500 से अधिक लोगों का सत्यापन किया है जिनमें से 14 गिरफ्तार हुए हैं। हरिद्वार और देहरादून में विशेष कार्रवाई की गई है और चारधाम यात्रा के दौरान निगरानी रखी जाएगी।

जासं, देहरादून। देवभूमि उत्तराखण्ड की सांस्कृतिक धरोहर और मूल स्वरूप को सुरक्षित बनाए रखने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में उत्तराखण्ड पुलिस की ओर से चलाया जा रहा ऑपरेशन कालनेमि राज्यभर में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त कर रहा है।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य उन असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही करना है, जो अपनी वास्तविक पहचान छिपाकर समाज में घुलमिलकर धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे थे और ठगी, धोखाधड़ी एवं धर्मान्तरण जैसे अपराधों को अंजाम दे रहे थे। अभियान को और गति देने के लिए पुलिस मुख्यालय स्तर पर एक एसआईटी गठित की गई है जिसमे एसटीएफ व इंटेलिजेंस सहित अन्य एजेंसियों को शामिल किया गया है।
रविवार को नीलेश आनन्द भरणे, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, ने ऑपरेशन कालनेमि के दौरान अब तक की गई कार्यवाई एवं अभियान की उपलब्धियों के सम्बन्ध में प्रेस ब्रीफिंग में विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस की ओर से प्रदेश में इस अभियान के तहत 5500 से अधिक लोगों का सत्यापन किया गया है। इनमें से 14 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
कुल 1182 व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।
बड़ी संख्या में संदिग्ध व्यक्तियों के दस्तावेजों की जांच, ठगी से जुड़े मामलों का पर्दाफाश और बाहरी तत्वों की गतिविधियों पर अंकुश लगाया गया है। इस अभियान का प्रभाव विशेषकर उन जिलों में अधिक देखा गया है, जहां बाहरी तत्वों की सक्रियता की सूचना प्राप्त हुई थी।
हरिद्वार जिले में अब तक 2704 व्यक्तियों का सत्यापन किया गया और उनमें से 3 को गिरफ्तार किया गया। वहीं देहरादून जिले में 922 व्यक्तियों का सत्यापन और 5 गिरफ्तारियां की गईं।
इसके अलावा टिहरी, पौड़ी, अल्मोड़ा, नैनीताल और अन्य जिलों में भी पुलिस द्वारा निरंतर कार्यवाही की जा रही है।
ऑपरेशन कालनेमि ने समाज में सकारात्मक संदेश दिया है कि उत्तराखण्ड पुलिस किसी भी ऐसे तत्व को बख्शने के पक्ष में नहीं है, जो देवभूमि की पवित्रता और जनता की आस्था के साथ छल करता है। उत्तराखण्ड पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है कि देवभूमि की पवित्र छवि अक्षुण्ण बनी रहे। इस दिशा में प्रदेश के प्रत्येक जिले में सतत निगरानी और सघन सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है।
ऑपरेशन कालनेमि के माध्यम से पुलिस का यह संदेश स्पष्ट है कि समाज और संस्कृति के साथ खिलवाड़ करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चारधाम यात्रा के दूसरे चरण में छद्म भेष बनाकर आने वालों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। इस मौके पर डीआईजी अपराध एवं कानून व्यवस्था धीरेंद्र गुंज्याल, एसएसपी देहरादून अजय सिंह,एसएसपी हरिद्वार परमेन्द्र डोबाल व एसएसपी एसटीएफ नवनीत भुल्लर भी मौजूद रहे।
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