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सेवा चयन आयोग के समक्ष ऑनलाइन परीक्षा बड़ी चुनौती, पहाड़ी क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की दिक्कत

कोरोनाकाल में ऑफलाइन परीक्षा का जोखिम भरा फैसला हो सकता है। ऐसे में ऑनलाइन परीक्षा ही एक मात्र विकल्प है लेकिन भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या हजारों में होने से उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और लोक सेवा आयोग परीक्षा करवाने वाले विभाग को अतिरिक्त तैयारी करनी होगी।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 03:18 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 03:18 PM (IST)
सेवा चयन आयोग के समक्ष ऑनलाइन परीक्षा बड़ी चुनौती, पहाड़ी क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की दिक्कत
सेवा चयन आयोग के समक्ष ऑनलाइन परीक्षा बड़ी चुनौती।

जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोनाकाल में ऑफलाइन परीक्षा का जोखिम भरा फैसला हो सकता है। ऐसे में ऑनलाइन परीक्षा ही एक मात्र विकल्प है, लेकिन भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों की संख्या हजारों में होने से उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और लोक सेवा आयोग परीक्षा करवाने वाले विभाग को अतिरिक्त तैयारी करनी होगी।

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उदाहरण के लिए हाल ही में उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पटवारी और लेखपाल के 513 पदों के लिए भर्ती के लिए विज्ञप्ति जारी की है। इच्छुक अभ्यर्थी सात अगस्त तक आवेदन कर सकते हैं। इन दोनों परीक्षाओं के लिए कम से कम 35 से 40 हजार अभ्यर्थियों के आवेदन करने की संभावना है। ऐसे में आयोग 40 हजार छात्रों की ऑनलाइन परीक्षा कैसे आयोजित कर पाएगा, क्योंकि परीक्षा में पारदर्शिता भी बनाए रखनी है। आयोग परीक्षा केवल ऐसे संस्थानों में ही कर सकता है, जहां ऑनलाइन की तकनीकी उपलब्ध हो और वह संस्थान नकल करवाने जैसे अवांछित मामलों में शामिल न रहा हो।

इसे देखते हुए आयोग को प्रदेशभर में चुनिंदा संस्थानों को ही भर्ती परीक्षा का केंद्र बनाने पड़ते हैं। ऐसे में अयोग की यह पहल सार्थक हो सकती है कि भर्ती परीक्षा का समय दो घंटे से घटाकर डेढ़ घंटा कर दिया जाए। ऐसे में एक दिन में तीन पालियों में पेपर आयोजित करवाए जा सकते हैं। इसके लिए भी आयोग को प्रश्न पत्र के तीन अगल-अलग सैट तैयार करने होंगे। वैश्विक कोरोना महामारी ने शिक्षा का पूरा परिदृश्य बदल दिया है।

अब ऑफलाइन की बजाए ऑनलाइन पढ़ाई और परीक्षा पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। ऐसे में सरकारी क्षेत्र के शिक्षा संस्थानों में तकनीकी उपकरणों की कमी खटक रही है। दूरदराज के क्षेत्रों में तो इंटरनेट कनेक्टिविटी एक बड़ी समस्या है। पहले इस समस्या से भी पार पाना होगा, अभी हम ऑनलाइन परीक्षा की ओर बढ़ सकते हैं।

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