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देहरादून में रिटायर्ड महिला प्रोफेसर की हत्या, पुलिस चोरी और प्रॉपर्टी विवाद से भी जोड़ रही घटना को

कोतवाली डोईवाला के अंतर्गत अठूरवाला विस्थापित में घर में एक वृद्ध महिला का शव मिला है। पुलिस हत्‍या की आशंका जताते हुए मामले की जांच कर रही है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 09 Sep 2020 01:33 PM (IST)Updated: Wed, 09 Sep 2020 10:36 PM (IST)
देहरादून में रिटायर्ड महिला प्रोफेसर की हत्या, पुलिस चोरी और प्रॉपर्टी विवाद से भी जोड़ रही घटना को
देहरादून में रिटायर्ड महिला प्रोफेसर की हत्या, पुलिस चोरी और प्रॉपर्टी विवाद से भी जोड़ रही घटना को

डोईवाला (देहरादून), जेएनएन। अठूरवाला विस्थापित क्षेत्र के सुनार गांव में एक रिटायर्ड महिला प्रोफेसर की हत्या कर दी गई। महिला मूल रूप से पश्चिम बंगाल के कोलकाता की रहने वाली थी। हत्या के स्पष्ट कारणों का पता नहीं चल पाया है। पुलिस चोरी और प्रॉपर्टी विवाद से भी इस घटना को जोड़कर देख रही है। डीआइजी अरुण मोहन जोशी ने बताया कि मामले की हर पहलू से जांच की जाएगी।

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24 कान्वेंट रोड कोलकाता पश्चिमी बंगाल की मूल निवासी 70 वर्षीय महिला पुतल घोष सुनार गांव में अपने दोमंजिले मकान में रहती थी। वह अविवाहित थीं, मामा अमरनाथ भी उनके साथ रहते थे। करीब छह महीने पहले मामा की मौत होने के बाद से वह मकान में अकेले रह रही थीं।

बुधवार सुबह काफी देर तक नहीं उनके न जागने पर आसपास के लोगों ने मुख्य प्रवेश द्वार से आवाज लगाई, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। अनहोनी की आशंका पर लोग ने खिड़की से झांका तो महिला कमरे में अचेत दिखाई पड़ी। कुछ देर बाद पुलिस वहां पहुंची। महिला के हाथ बंधे हुए थे और गले और सिर पर चोट के निशान थे। कमरे में सामान इधर-उधर बिखरा हुआ था। समीप ही एक डंडा और लैपटॉप पड़ा था।

कोतवाल सूर्यभूषण नेगी का कहना है कि घटनास्थल को देखकर प्रतीत हो रहा है कि चोरों ने महिला को बंधक बनाया होगा, उनके विरोध करने पर चोरों ने डंडा मारकर और गला घोंटकर हत्या कर दी होगी। चूंकि महिला आर्थिक रूप से संपन्न थी। इसलिए प्रापर्टी विवाद से जोड़कर भी इस प्रकरण की जांच की जाएगी।

2014 में बनाया था यहां मकान

जौलीग्रांट पुलिस चौकी इंचार्ज शांति प्रसाद चमोली ने बताया कि रिटायर्ड प्रोफेसर ने वर्ष 2014 में सुनार गांव में कोलकाता की प्रॉपर्टी बेचकर मकान बनाया था। व्याख्यान देने के लिए कभी-कभी वह कोलकाता भी जाया करती थीं। 


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