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    देहरादून का पलटन बाजार : पुरानी नाली चोक, नई की राह में खंभे

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Wed, 07 Jul 2021 01:42 PM (IST)

    पलटन बाजार में पुरानी नाली चोक है और नई नाली का निर्माण बिजली के खंभों के चलते अटक गया है। इस कारण बारिश का पानी दुकानों में घुस जा रहा है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने नगर निगम को शीघ्र नाली की निकासी दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।

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    पलटन बाजार में पुरानी नालियां चोक होने से जलभराव हो रहा है। यह पानी दुकानों में घुस जा रहा है।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। पलटन बाजार में पुरानी नाली चोक है और नई नाली का निर्माण बिजली के खंभों के चलते अटक गया है। इस कारण बारिश का पानी दुकानों में घुस जा रहा है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने नगर निगम को शीघ्र नाली की निकासी दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।

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    जिलाधिकारी ने बताया कि पलटन बाजार में अभी स्मार्ट सिटी तहत बनाई जा रही नाली का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। नगर निगम की पुरानी नाली अपनी जगह पर है। हालांकि, लंबे समय से सफाई के अभाव में कई जगह नाली पूरी तरह चोक है और कहीं पर नाली पूरी तरह टूट चुकी है। जिससे बारिश में पानी की ढंग से निकासी नहीं हो पा रही है।

    स्मार्ट सिटी के तहत बनाई जा रही नाली का निर्माण काफी हद तक पूरा हो चुका है। सिर्फ उन्हीं स्थानों पर नाली नहीं बन पाई है, जहां बिजली के खंभे खड़े हैं। पलटन बाजार में करीब 20 खंभे हैं और इन्हीं जगह नाली का काम अधूरा है। अब ऊर्जा निगम ने खंभों की शिफ्टिंग के लिए बिजली के तारों को मल्टीयूटिलिटी डक्ट (एमयूडी) में शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। जल्द लाइनों की शिफ्टिंग के बाद खंभों को भी हटा दिया जाएगा। इसके बाद नाली का निर्माण अविलंब पूरा कर दिया जाएगा। जो टाइल्स धंस गई, उन्हें बदलने के निर्देश: जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के मुताबिक, बरसात से पहले पलटन बाजार में डक्ट का निर्माण पूरा कर दिया गया था। सड़क की सतह भी समतल कर दी गई थी। आशंका थी कि बारिश में यहां कीचड़ की स्थिति पैदा हो सकती है। अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि बाजार को कीचड़ से बचाने के लिए टाइल्स बिछा दी जाएं। साथ ही कॉम्पैक्शन की प्रक्रिया में जहां भी टाइल्स धंसती हैं, वहां दोबारा से उन्हें सेट कर दिया जाए। डक्ट के लिए सड़क को तीन से चार मीटर तक खोदा गया था। लिहाजा, अभी कुछ समय प्राकृतिक स्तर के अनुरूप सेटेलमेंट हो सकता है। इसके बाद टाइल्स का एक बार निरीक्षण कर उन्हें दोबारा दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

    बिना नक्शे बिछाते रहे पेयजल लाइनें

    शहर में कुछ जगह स्मार्ट रोड के काम में पुरानी पेयजल लाइनें भी चुनौती बन रही हैं। विशेषकर ईसी रोड में तमाम जगह पेयजल की तमाम लाइनें बिछाई गई हैं। इनमें कुछ लाइनें बंद भी पड़ी हैं। हालांकि, लाइनों की मैपिंग न होने के चलते यह पता नहीं चल पा रहा है कि कौन की लाइन किस क्षेत्र को जोड़ती है और कौन सी बंद पड़ी हैं। लिहाजा, किसी भी लाइन को छेड़े बिना काम करने में चुनौती पैदा हो रही है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि जहां पर भी इस तरह की लाइनें पड़ी हैं, वहां खोदाई में विशेष सावधानी बरती जाए।