उत्तराखंड में एनटीसीए की मंजूरी के बाद लाए जाएंगे गैंडे और जंगली कुत्ते
गैंडे और वाइल्ड डॉग जंगली कुत्ते लाने के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) से मंजूरी लेना आवश्यक है। इसके बाद ही यह मुहिम परवान चढ़ पाएगी।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में राइनो (गैंडे) और वाइल्ड डॉग (जंगली कुत्ते) लाने के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) से मंजूरी लेना आवश्यक है। इसके बाद ही यह मुहिम परवान चढ़ पाएगी। राज्य वन्यजीव बोर्ड की हाल में हुई बैठक में कार्बेट टाइगर रिजर्व में गैंडे और राजाजी टाइगर रिजर्व में जंगली कुत्ते लाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। नियमानुसार किसी भी टाइगर रिजर्व में कोई भी गतिविधि संचालित करने के लिए एनटीसीए से अनुमति लेना जरूरी है। इसे देखते हुए वन मुख्यालय ने कवायद शुरू कर दी है।
उत्तराखंड में गैंडों का संसार फिर से बसाने के मद्देनजर राज्य वन्यजीव बोर्ड की 26 नवंबर को हुई बैठक में प्रस्ताव रखा गया था। भारतीय वन्यजीव संस्थान के शोध के आधार पर तैयार इस प्रोजेक्ट के तहत पश्चिम बंगाल और असोम से कार्बेट टाइगर रिजर्व में 10 गैंडे लाने को बोर्ड ने मंजूरी दी। कहा गया कि इतिहास में एक दौर में उत्तराखंड में गैंडों की मौजूदगी का उल्लेख है। इसी के मद्देनजर किए गए शोध में बात सामने आई कि कार्बेट टाइगर रिजर्व की सरजमीं इनके लिए अनुकूल है।
इसके अलावा राजाजी टाइगर रिजर्व से लगे क्षेत्रों में गुलदारों और जंगली सूअरों की गहराती समस्या को देखते हुए इन पर नियंत्रण के लिए वहां जंगली कुत्ते लाने के प्रस्ताव को भी बोर्ड ने हरी झंडी दी। कहा गया कि इस रिजर्व में जंगली कुत्तों के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं और ये गुलदारों व सूअरों की संख्या प्राकृतिक रूप से नियंत्रित करने में मददगार होंगे।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में अब मानव-वन्यजीव संघर्ष थामने को आरआरटी, होगी त्वरित कार्रवाई
यह दोनों नई गतिविधियां टाइगर रिजर्व क्षेत्रों में होनी हैं। ऐसे में इसके लिए एनटीसीए से इजाजत लेनी आवश्यक है। प्रमुख मुख्य वन संरक्षक जयराज के मुताबिक दोनों मामलों में सभी औपचारिकताएं जल्द से जल्द पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। इसी क्रम में एनटीसीए को भी मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
यह भी पढ़ें: शीतकाल में वन्य जीवों की सुरक्षा वन विभाग के लिए चुनौती, पढ़िए पूरी खबर
मध्य प्रदेश से लाएंगे जंगली कुत्ते
राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक पीके पात्रो के अनुसार एनटीसीए से अनुमति मिलने के बाद मध्य प्रदेश से यहां करीब 20 जंगली कुत्ते लाए जाएंगे। ये दो या तीन चरणों में लाए जाएंगे।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में फिर बसेगा गेंडों का संसार, जिम कॉर्बेट में सैलानी कर सकेंगे दीदार