अब घर बैठे आधार में रजिस्टर करें मोबाइल नंबर, ये है प्रक्रिया
अब आप घर बैठे ही यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और आपका आधार कार्ड सीधे आपके घर पहुंच जाएगा।
देहरादून, जेएनएन। अगर आपका आधार कार्ड खो गया है और आधार में आपका मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड नहीं है तो चिंता की बात नहीं है। इसके लिए आप घर बैठे ही यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआइडीएआइ) की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं और आपका आधार कार्ड सीधे आपके घर पहुंच जाएगा। आधार कार्ड में मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करवाने को भटक रहे लोगों की समस्याओं को देखते हुए यूआइडीएआइ ने यह जानकारी साझा की है।
दरअसल, वर्तमान में विभिन्न योजनाओं में डायरेक्ट बेनिफिशियरी सिस्टम (डीबीटी) के लिए आधार नंबर मांगा जा रहा है, लेकिन आधार कार्ड में मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड न होने से आवश्यक लाभ नहीं मिल पाता। वहीं, कई लोग ऐसे भी हैं जिनके आधार कार्ड खो गए हैं। ऐसे लोगों को आधार केंद्रों में भटकना पड़ रहा है, लेकिन यूआइडीएआइ ने ऐसे लोगों को ऑनलाइन आवेदन करने का विकल्प भी मुहैया कराया है।
सीएससी के जिला निबंधक राजेश तिवारी ने बताया कि इसमें लोग घर बैठे ही ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे और उन्हें किसी सीएससी या आधार केंद्र में जाने की बाध्यता नहीं होगी। प्रक्रिया बेहद सरल है, जिसमें कोई भी आम आदमी आवेदन कर सकता है। यह जानकारी यूआइडीएआइ की ओर से लोगों को ई-मेल के माध्यम से भी दी जा रही है।
यह है प्रक्रिया
-यूआइडीएआइ डॉट जीओवी डॉट इन की वेबसाइट पर जाएं।
-वेबसाइट पर 'आधार रिप्रिंट' का विकल्प खोजें और उस पर क्लिक करें।
-आधार नंबर व मांगी अन्य जानकारी डालें।
-अपना मोबाइल नंबर डालें और वेरिफिकेशन करें।
-डेबिट कार्ड या ई-बैंकिंग से 50 रुपये शुल्क का भुगतान करें।
-प्रक्रिया संपन्न होने के बाद यूआइडीएआइ द्वारा आधार कार्ड आपके पते पर भेज दिया जाएगा।
डाकघरों में हफ्ते बाद आ रहा आधार का नंबर
डाकघरों में आधार कार्ड के लिए बनाई गई नई व्यवस्था आम लोगों के लिए मुसीबत का कारण बन रही है। डाकघरों में आधार कार्ड बनाने या त्रुटि सुधार (करेक्शन) के लिए आ रहे लोगों को एक सप्ताह बाद आने को कहा जा रहा है। आधार के लिए परेशान हो रहे लोगों को अब और दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।
दरअसल, अभी तक डाकघरों में स्थित आधार केंद्रों में लोगों के लिए टोकन व्यवस्था थी। लोगों को रोजाना सुबह आठ बजे से नौ बजे तक टोकन वितरित किए जाते थे और सुबह दस बजे से आधार केंद्र में टोकन संख्या के अनुसार सेवा दी जाती थी, लेकिन अब नई व्यवस्था के तहत प्रतिदिन के बजाय सप्ताहभर के टोकन एक ही दिन वितरित किए जा रहे हैं। लोगों को पांच से छह दिन बाद तक आने का भी समय दिया जा रहा है, इससे लोग खासे परेशान नजर आ रहे हैं।
विभाग को राहत, आमजन की फजीहत
दरअसल, पुरानी व्यवस्था में विभागीय कर्मचारियों को रोजाना सुबह आठ बजे से टोकन संख्या बांटने पड़ रहे थे और डाकघर में रोजाना भीड़ उमड़ती रहती थी। विभाग का तर्क है कि अब लोगों की भीड़ से निजात मिल रही है। वहीं, जीपीओ में पहुंचे रामकुमार, सुशीला देवी ने कहा कि यह व्यवस्था लोगों के हित में नहीं है। क्योंकि अब लोगों को कई दिन बाद की तिथि दी जा रही है, लेकिन यह भी हो सकता है कि उस दिन उन्हें कोई जरूरी काम पड़ जाए और वे डाकघर में न आ पाएं।
चीफ पोस्टमास्टर जीएस बिष्ट ने बताया कि डाकघर में नई व्यवस्था की गई है। हो सकता है कि इससे शुरुआती दिनों में थोड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा हो, लेकिन यह व्यवस्था लोगों के हित में है।
यह भी पढ़ें: 2022 तक सबको आवास की राह में यहां हैं कई चुनौतियां, जानिए
यह भी पढ़ें: खुशखबरी: यहां इतनी कम कीमत पर मिल रहे हैं फ्लैट, मौका हाथ से न जाने दें
यह भी पढ़ें: खुशखबरी: 7687 लोग कर सकेंगे 3.5 लाख के फ्लैट के लिए आवेदन