चीन सीमा पर अब मिलेगी हवाई सुरक्षा, स्थापित होगी वायुसेना की यूनिट
चीन से बढ़ती तनातनी के बीच अब वायुसेना भी सीमा पर एक यूनिट स्थापित करने की है। यह प्रदेश में वायुसेना की पहली यूनिट होगी। इससे बार्डर क्षेत्र में हवाई सुरक्षा पुख्ता होगी।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: चीन से बढ़ती तनातनी के बीच अब वायुसेना भी सीमांत उत्तराखंड में अपनी मौजूदगी दर्ज करने की तैयारी कर रही है। वायुसेना की मंशा यहां एक यूनिट स्थापित करने की है। यह प्रदेश में वायुसेना की पहली यूनिट होगी। प्रदेश सरकार ने इसके लिए सैद्धांतिक सहमति प्रदान कर दी है। अब जल्द ही शासन व वायुसेना के अधिकारियों के बीच औपचारिक बैठक होगी, जिसमें इस फैसले को अमलीजामा पहनाया जाएगा।
सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ वायुसेना की पश्चिम वायु कमान के कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल सी हरि कुमार व अन्य अधिकारियों ने बैठक की। बैठक में एयर मार्शल सी हरि कुमार ने मुख्यमंत्री को वायु सेना की प्रस्तावित यूनिटों के संबंध में जानकारी दी और इनके सामरिक महत्व के बारे में बताया। उन्होंने इसके लिए उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में जमीन की आवश्यकता बताई।
उत्तराखंड में यदि वायुसेना की यूनिट खुलती है तो यह प्रदेश में वायुसेना की पहली यूनिट होगी। अभी देहरादून में वायु सेना का एकाउंट सेक्शन और सलेक्शन बोर्ड का कार्यालय है। उत्तराखंड से सटे सहारनपुर के सरसावा व बरेली में वायुसेना की यूनिट हैं। यहां से उत्तराखंड की अंतर्राष्ट्रीय सीमाएं तकरीबन एक घंटे की हवाई दूरी पर हैं।
अभी एयरफोर्स सेना की यूनिटों का इस्तेमाल करती है। माना जा रहा है कि अपरिहार्य स्थिति में इस दूरी को कम करने के लिए यहां एयरफोर्स की यूनिट बनाई जानी प्रस्तावित है।
बैठक में एयर मार्शल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को वायुसेना अभ्यास के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा दिए गए सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े हर मसले पर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सरकार वायुसेना के सभी प्रस्तावों पर गंभीरता से विचार करते हुए सकारात्मक कार्यवाही करेगी।
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