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भारत-नेपाल मैत्री सेवा बस कंपनियों को नोटिस, अनुमति दो बसों की; संचालित कर रहे दस से बारह बसें

भारत नेपाल मैत्री बस सेवा के अंतर्गत उत्तराखंड में संचालन करने वाली नेपाल की दो बस कंपनियों को रोडवेज मुख्यालय की ओर से नोटिस जारी किया गया है। दोनों कंपनियां न केवल निर्धारित शर्तों का उल्लंघन कर रहीं बल्कि अवैध रूप से बसों का संचालन भी कर रहीं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 13 Jan 2022 11:56 AM (IST)Updated: Thu, 13 Jan 2022 11:56 AM (IST)
भारत-नेपाल मैत्री सेवा बस कंपनियों को नोटिस, अनुमति दो बसों की; संचालित कर रहे दस से बारह बसें
भारत-नेपाल मैत्री सेवा बस कंपनियों को नोटिस।

जागरण संवाददाता, देहरादून। भारत नेपाल मैत्री बस सेवा के अंतर्गत उत्तराखंड में संचालन करने वाली नेपाल की दो बस कंपनियों को रोडवेज मुख्यालय की ओर से नोटिस जारी किया गया है। बताया जा रहा कि दोनों कंपनियां न केवल निर्धारित शर्तों का उल्लंघन कर रहीं बल्कि अवैध रूप से बसों का संचालन भी कर रहीं। रोजाना दो बसों की अनुमति है, लेकिन दोनों कंपनियां दस से बारह बसें संचालित कर रहीं। दोनों कंपनियों को शर्तों का पालन करने को कहा गया है और ऐसा न करने पर करार समाप्त करने की चेतावनी दी गई है।

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उत्तराखंड रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन की ओर से नेपाल स्थित महेंद्रनगर की पवनदूत बस व्यवसायी कंपनी व महाकाली यातायात बस व्यवसायी कंपनी के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष को बुधवार को नोटिस जारी किया गया। नोटिस में कहा गया कि बीती 11 नवंबर को रोडवेज मुख्यालय ने नेपाल की पवनदूत एवं महाकाली कंपनी को बस संचालन की अनुमति दी थी। शर्त यह थी कि दोनों कंपनियों की एक-एक बस रोज रात देहरादून आइएसबीटी से सवा आठ व साढ़े आठ बजे महेंद्रनगर के लिए निर्धारित काउंटर से प्रस्थान करेंगी। दून आइएसबीटी से महेंद्रनगर के बीच किसी भी स्टापेज के यात्री इन बसों में नहीं बैठाए जाएंगे। इनमें केवल दून से महेंद्रनगर, जबकि महेंद्रनगर से सीधे दून के यात्री बैठाए जाएंगे। दोनों कंपनियों की बसें रोडवेज की ट्रांसपोर्टनगर कार्यशाला में खड़ी होंगी और निर्धारित वक्त से एक घंटे पूर्व आइएसबीटी प्लेटफार्म पर आएंगी। करार के अंतर्गत बस कंपनियों को केवल उन्हीं बसों के संचालन की अनुमति है, जो बस नंबर रोडवेज को उपलब्ध किए गए थे, लेकिन बस कंपनियां अपने हिसाब से दूसरी बसों का संचालन कर रहीं। यही नहीं, इन बसों की बुकिंग उत्तराखंड रोडवेज के टिकट काउंटर पर होनी थी, लेकिन बस संचालकों ने निजी एजेंटों को बुकिंग करने की अनुमति दी हुई। इसके अलावा बसों में कोरोना गाइड-लाइन का अनुपालन भी नहीं किया जा रहा। रोडवेज महाप्रबंधक दीपक जैन ने नोटिस में चेतावनी दी है कि शर्तों के तहत संचालन किया गया, वरना करार को निरस्त कर दिया जाएगा।

उत्तराखंड की बसों को नहीं दे रहे तय समय

करार के तहत नेपाल के महेंद्रनगर स्थित बस अड्डे से उत्तराखंड की वाल्वो, एसी व साधारण बसों को निर्धारित समय सारणी से संचालित होना था, मगर वहां से उत्तराखंड की बसों का संचालन तय समय-सारणी पर नहीं करने दिया जा रहा। उत्तराखंड की बस को महेंद्रनगर का स्थानीय बस प्रबंधन खुद के हिसाब से रवाना कर रहा, जिस कारण बसों को यात्री नहीं मिल रहे। वहीं, दून में आइएसबीटी समेत अलग-अलग जगह से नेपाल की कंपनियां अवैध तरीके से बसों का संचालन कर रहीं।

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