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Dehradun News: पानी की बर्बादी करने वाले 15 उपभोक्ताओं को नोटिस, इन कामों में कर रहे थे पेयजल का इस्तेमाल

उत्तरी जल संस्थान की टीम ने कौलागढ़ क्षेत्र में पानी बर्बाद करने वाले 15 उपभोक्ताओं को नोटिस जारी किए हैं। रविवार सुबह जलसंस्थान की टीम ने कौलागढ़ क्षेत्र में पानी बर्बाद करने वाले उपभोक्ताओं के विरुद्ध अभियान चलाया। टीम ने उपभोक्ताओं को चेतावनी दी कि यदि दोबारा निरीक्षण के दौरान पानी की बर्बादी पाई गई तो संयोजन काट दिया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Aysha Sheikh Published: Mon, 06 May 2024 08:47 AM (IST)Updated: Mon, 06 May 2024 08:47 AM (IST)
Dehradun News: पानी की बर्बादी करने वाले 15 उपभोक्ताओं को नोटिस, इन कामों में कर रहे थे पेयजल का इस्तेमाल

जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तरी जल संस्थान की टीम ने कौलागढ़ क्षेत्र में पानी बर्बाद करने वाले 15 उपभोक्ताओं को नोटिस जारी किए हैं। रविवार सुबह जलसंस्थान की टीम ने कौलागढ़ क्षेत्र में पानी बर्बाद करने वाले उपभोक्ताओं के विरुद्ध अभियान चलाया।

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इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में पेयजल की बर्बादी जैसे घरों का पोर्च धोना, गाड़ियां धोना, गमले एवं किचन गार्डन की सिंचाई, टंकियों के ओवरफ्लो होने से रोकने के प्रति जागरूक किया। टीम ने उपभोक्ताओं को चेतावनी दी कि यदि दोबारा निरीक्षण के दौरान पानी की बर्बादी पाई गई तो संयोजन काट दिया जाएगा। इस दौरान एई अभय भंडारी, जेई मोनिका बिष्ट सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

हांफ रहे प्याऊ, पानी को तरसे राहगीर

कोटद्वार में एक ओर गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। वहीं, शहर की सड़कों पर राहगीरों को पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। हालात यह है कि अधिकांश सार्वजनिक प्याऊ में पानी नहीं है। यही नहीं कई प्याऊ के आसपास गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। शिकायत के बाद भी जल संस्थान व नगर निगम व्यवस्थाओं को बेहतर नहीं बना पा रहा है।

कुछ वर्ष पूर्व की बात करें तो पूरे क्षेत्र में तीस से अधिक सार्वजनिक नल व प्याऊ हुआ करते थे। आमजन इन नलों से घरों में प्रयुक्त होने वाला पानी भरते थे। साथ ही राहगीर भी इनसे पानी पीते थे। वक्त बीतने के साथ ही सार्वजनिक नल खत्म हो गए हैं, लेकिन कुछ स्थानों पर सार्वजनिक प्याऊ आज भी मौजूद हैं।

गर्मी के मौसम में आमजन इन सार्वजनिक प्याऊ का बेहतर लाभ उठा सके, इसके लिए समय-समय पर इनकी सफाई करवाई जाती थी। लेकिन, वर्तमान में जल संस्थान व नगर निगम सार्वजनिक प्याऊ की व्यवस्थाओं को लेकर लापरवाह बना हुआ है।

तहसील परिसर के बाहर बने सार्वजनिक प्याऊ की टोंटी ही गायब हो चुकी है। जबकि, आमजन सबसे अधिक इसी प्याऊ का उपयोग करता है। वहीं, चंद कदम की दूरी पर तहसील तिराहे के समीप बने प्याऊ के आसपास फैली गंदगी के कारण आमजन ने प्याऊ की ओर जाने की जहमत नहीं उठाते।

यही स्थिति कोतवाली के समीप स्थित प्याऊ की बनी हुई है। यहां टंकी में पानी तो है लेकिन, टोंटी नहीं लगाई गई है। वहीं, नगर निगम मालवीय उद्यान के बाहर हंस फाउंडेशन की ओर से लगाए गए पेयजल कूलर में पानी का कनेक्शन तक नहीं दिया गया है।

वाटर कूलर लगाने की योजना नगर आयुक्त नगर निगम कोटद्वार वैभव गुप्ता ने बताया कि बस स्टेशन, लालबत्ती, देवी मंदिर, दुर्गापुरी व बेस अस्पताल कोटद्वार के सामने वाटर कूलर लगाए जाने का काम शुरू हो गया है। प्रत्येक वाटर कूलर की क्षमता 25 लीटर है।

इस पर करीब छह लाख रुपये खर्च होंगे। पानी का कनेक्शन लगाने के लिए जल संस्थान को पत्र भेज दिया है। आगामी दो सप्ताह में वाटर कूलर का संचालन शुरू हो जाएगा। संदेश : 05 कोटपी 03 कोटद्वार नगर निगम के समीप मलवीय उद्यान के बाहर बिना कनेक्शन वाटर कूलर


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