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उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में दो प्रश्नपत्रों में 90 फीसद प्रश्न समान, पढ़िए पूरी खबर Dehradun News

यूटीयू में चल रही ईवन सेमेस्टर परीक्षाओं में इस बार प्रश्नपत्रों में गलतियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल में विवि की दो परीक्षाओं में एक जैसे प्रश्न पूछे गए।

By Edited By: Published: Thu, 27 Jun 2019 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 27 Jun 2019 03:51 PM (IST)
उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में दो प्रश्नपत्रों में 90 फीसद प्रश्न समान, पढ़िए पूरी खबर Dehradun News
उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय में दो प्रश्नपत्रों में 90 फीसद प्रश्न समान, पढ़िए पूरी खबर Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) में चल रही ईवन सेमेस्टर परीक्षाओं में इस बार प्रश्नपत्रों में गलतियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल में विवि की दो परीक्षाओं में एक जैसे प्रश्न पूछे गए, जबकि यह दोनों प्रश्नपत्र अलग-अलग कोर्स के हैं। प्रश्नपत्रों में पूछे गए सवालों में 90 फीसद समानता मिली। मामला सामने आने के बाद अब विवि प्रशासन जांच कर कार्रवाई की बात कर रहा है।

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यूटीयू में परीक्षाओं के दौरान गड़बड़ी कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार प्रश्नपत्रों में गड़बड़ी के करीब एक दर्जन मामले सामने आए हैं। ऐसा ही एक मामला हाल के दिनों में सामने आया है। विवि में 11 जून को बीए एलएलबी व बीबीए एलएलबी द्वितीय सेमेस्टर परीक्षा के प्रश्नपत्र और 12 जून को एलएलबी कॉन्स्टीट्यूशनल लॉ-द्वितीय की परीक्षा आयोजित की। इन दोनों सेमेस्टर के प्रश्नपत्रों में एक या दो नहीं, बल्कि 90 फीसद प्रश्न एक जैसे थे और इनके अंक भी समान थे। जब मामला प्रकाश में आया तो विवि प्रशासन जांच करने की बात कर रहा है। दो अलग-अलग कोर्स और सेमेस्टर की परीक्षा के प्रश्नपत्रों को हूबहू एक जैसा होना, कहीं न कहीं विवि की विश्वसनीयता के साथ ही विवि प्रशासन की कार्यशैली और सतर्कता को भी सवालों के घेरे में खड़ा करता है। 

विवि की कुलसचिव डॉ. अनीता रावत ने कहा कि दोनों परीक्षाएं अलग-अलग कोर्स की हैं। परीक्षा का विषय समान है, लेकिन प्रश्नपत्र समान होने का कोई औचित्य नहीं है। मामला गंभीर है। गलती कैसे हुई इसके बारे में परीक्षा नियंत्रक से पूछा जाएगा। प्रश्न पत्र में सवाल के अंक भी समान प्रश्नपत्रों की समानता पर गौर करें तो बीए एलएलबी व बीबीए एलएलबी के प्रश्नपत्र में तीसरे नंबर के सवाल में जहा अनुच्छेद 19 (1)(जी) व अनुच्छेद 301 में अंतर पूछा गया। वहीं दूसरी ओर एलएलबी कॉन्स्टीट्यूशनल लॉ-द्वितीय प्रश्नपत्र में यह सवाल पहले नंबर पर था। इसके बाद दूसरे सवाल में सरकार के विभिन्न अवयव क्या है? यह सवाल दोनों प्रश्न पत्रों में अलग-अलग नंबर पर पूछा गया है। उच्चतम न्यायालय की प्रारंभिक अधिकारिता क्या है, यह सवाल भी बीए एलएलबी व बीबीए एलएलबी के अलावा एलएलबी कॉन्स्टीट्यूशनल लॉ-द्वितीय में पूछा गया है। दोनों प्रश्नपत्रों में करीब 12 सवाल एक जैसे पूछे गए हैं।

बोले कुलपति

डॉ. एनएस चौधरी (कुलपति यूटीयू) का कहना है कि  मामला संज्ञान में आया है। इससे पहले भी कुछ प्रश्नपत्रों में इस प्रकार की गलतियां सामने आई हैं। विवि के पूर्व परीक्षा नियंत्रक डॉ. केएस बैंसला को कुछ समय के लिए विवि में बुलाया गया है और जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। वह इन त्रुटियों की जांच कर रिपोर्ट देंगे।

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