राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने राजा रघुवंशी हत्याकांड को बताया जघन्य अपराध, बोलीं- ' लेकिन अन्य महिलाओं से..'
Raja Raghuvanshi murder राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने देहरादून में जनसुनवाई कर महिलाओं की शिकायतें सुनीं। उन्होंने लिव-इन संबंधों के ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, देहरादून। लिव इन के लिए सख्त नियम बनाने की जरूरत है। देखने में आया है कि लंबे समय तक युवक व युवती एक साथ रहते हैं। आगे चलकर किसी बात को लेकर दोनों के बीच कोई विवाद होता है कि युवक युवती को छोड़ देता है, जिससे युवती को न्याय के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। यह बात राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने पुलिस लाइन में आयोजित जन सुनवाई के दौरान कही।
इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में उन्होंने कहा कि यह गंभीर व जघन्य अपराध है। ईश्वर ने महिलाओं को ममता गिफ्ट के रूप में दी है, इसे संभालकर रखने की जरूरत है। यह मामला जघन्य है, लेकिन अन्य महिलाओं से हम सोनम की तुलना नहीं कर सकते।
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) में उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे महिला उत्पीड़न के मामलों पर उन्होंने कहा कि महिलाएं अब काफी शिक्षित हो चुकी हैं। वह अपनी शिकायत पुलिस से कर रही है, जिसके चलते केस अधिक रिकार्ड किए जा रहे हैँ।
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि हर महिला शिकायत दर्ज करने के लिए दिल्ली तक नहीं आ पाती, ऐसे में राजधानी स्तर पर महिला जनसुनवाई की शुरुआत की गई है। गांवों में रहने वाली महिलाएं राजधानी तक नहीं पहुंच पाती ऐसे में उनके लिए आयोग आपके द्वार कार्यक्रम शुरू किया गया है।
आयोग डिवीजन स्तर पर जाकर महिलाओं की समस्याओं का समाधान करेगी। इस मौके पर पुलिस महानिरीक्षक अपराध एवं कानून व्यवस्था नीलेश आनंद भरने, आइजी गढ़वाल परिक्षेत्र राजीव स्वरूप, जिलाधिकारी सविन बंसल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह सहित अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
जनसुनवाई में 45 की शिकायतें सुनी
पुलिस लाइन में आयोजित महिला जन सुनवाई कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ने 45 महिलाओं की शिकायतें सुनीं। इनमें 35 महिलाएं वह थी जिन्होंने पूर्व में आयोग के पास शिकायत दर्ज कराई है वहीं 10 शिकायत मौके पर दर्ज कराई गई। इस दौरान केसों की विवेचकों को भी बुलाया गया था।
आयोग की अध्यक्ष ने शिकायतकर्ता महिला की शिकायत सुनी वहीं विवेचक से केस की प्रगति के बारे में पूछा। इस दौरान अध्यक्ष ने कहा कि जन सुनवाई में अधिकतर केस पारिवारिक झगड़े, दहेज उत्पीड़न, यौन उत्पीड़न, पुलिस अभद्रता, धर्मांतरण व साइबर अपराध संबंधी शिकायतें पहुंची।
महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने को जन-जागरूकता कार्यक्रम चलाएं
देहरादून: राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने सरदार पटेल भवन स्थित सभागार में पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ सहित प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान गुजरात के अहमदाबाद में हुए दुर्भाग्यपूर्ण विमान हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी गयी।
उन्होंने राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और अधिक जन-जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने महिला सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित चर्चा करते हुए विशेष रूप से नए आपराधिक कानूनों, साइबर अपराध, मानव तस्करी तथा थानों में स्थापित महिला हेल्पडेस्क पर कार्यरत कार्मिकों के संवेदनशील व्यवहार के लिए समुचित प्रशिक्षण की आवश्यकता पर बल दिया।
सुझाव दिया कि जिलों के एसएसपी व एसपी संबंधित जनपदों में कार्यरत सुरक्षा अधिकारी के साथ समन्वय बनाए रखें, ताकि पीड़ित महिलाओं को भरण-पोषण, संतान की अभिरक्षा जैसे मामलों में विधिक सहायता सुलभ कराई जा सके। पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने महिलाओं की सुरक्षा के प्रति उत्तराखंड पुलिस की प्रतिबद्धता के संबंध में आश्वस्त किया।

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