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    National Sports Day 2022 : उत्तराखंड की खेल प्रतिभाओं की देश-दुनिया में धमक, इन 5 खिलाड़ियों ने किया सिर ऊंचा

    By Nirmala BohraEdited By:
    Updated: Mon, 29 Aug 2022 11:58 AM (IST)

    National Sports Day 2022 मेजर ध्यानचंद का जन्‍म 29 अगस्त 1905 को प्रयागराज ( तब के इलाहाबाद) में हुआ था। उनका हॉकी खेल में पूरी दुनिया में कोई सानी नहीं था। उत्‍तराखंड के भी कुछ खिलाड़ी हैं जो प्रदेश का नाम देश और दुनिया में रोशन कर रहे हैं।

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    National Sports Day 2022 : उत्तराखंड की खेल प्रतिभाओं की देश-दुनिया में धमक। File

    टीम जागरण, देहरादून : National Sports Day 2022 : आज पूरा देश मेजर ध्यानचंद के जयंती पर राष्ट्रीय खेल दिवस मना रहा है। मेजर ध्यानचंद का हॉकी खेल में पूरी दुनिया में कोई सानी नहीं था। इनका जन्‍म 29 अगस्त, 1905 को प्रयागराज ( तब के इलाहाबाद) में हुआ था। उन्होंने करीब 22 साल तक भारत के लिए हॉकी खेली और इस दौरान कई खिताब अपने नाम किए। इसी प्रकार उत्‍तराखंड के भी कुछ खिलाड़ी हैं जो प्रदेश का नाम देश और दुनिया में रोशन कर रहे हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में :

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    कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में बैडमिंटन खिलाड़ी भारत को स्‍वर्ण पदक दिलाने वाले उत्‍तराखंड के अल्‍मोड़ा के रहने वाले हैं और उनका जन्‍म 16 अगस्त 2001 को हुआ। लक्ष्य सेन के दादा सीएल सेन जिला परिसद में नौकरी करते थे। दादा ने भी सिविल सर्विसेस में राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था। उनके नाम भी कई खिताब हैं। लक्ष्‍य सेन के पिता डीके सेन भी वर्तमान में साईं के कोच हैं।

    भारतीय बैटमिंटन खिलाड़ियों ने इसी साल थॉमस कप जीतकर इतिहास रचा दिया है। जिसमें लक्ष्य सेन की सबसे अहम भूमिका थी। लक्ष्य ने लिनिंग सिंगापुर यूथ इंटरनेशनल सीरीज में स्वर्ण जीता था। इजरायल जूनियर इंटरनेशनल के डबल और सिंगल में स्वर्ण, इंडिया इंटरनेशनल सीरीज के सीनियर वर्ग में स्वर्ण, योनेक्स जर्मन जूनियर इंटरनेशनल में रजत, डच जूनियर में कांस्य, यूरेशिया बुल्गारियन ओपन में स्वर्ण, ऐशिया जूनियर चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक, यूथ ओलंपिक में रजत और वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक भारत को पदक दिलाया।

    स्‍नेह राणा :

    इंग्लैंड के बर्मिंघम में कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीतकर देश का मान बढ़ाने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की आलराउंडर स्नेह राणा देहरादून की ही हैं। स्नेह राणा का जन्म देहरादून के पास सिनोला गांव में किसान के परिवार में हुआ है। पिता ने बेटी का सपना पूरा करने के लिए अपना सबकुछ दांव पर लगा दिया।

    बेटी का बड़ा क्रिकेटर बनने का सपना पूरा करने के लिए पिता भगवानसिंह राणा ने सारी खेती बेच दी और हरियाणा शिफ्ट हो गए थे। स्नेह ने पंजाब से खेलना शुरू किया और पंजाब की अंडर-19 टीम की कप्तान बनीं। स्नेह हरमनप्रीत भुल्लर के बाद भारतीय टीम में शामिल होने वाली पंजाब से दूसरी क्रिकेटर बनीं। वर्ष 2014 में स्नेह का चयन भारतीय महिला टीम में श्रीलंका के खिलाफ हुए मैच में हुआ।

    ऋषभ पंत:

    ऋषभ पंत किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। वह भारतीय क्रिकेट टीम के स्‍टार खिलाड़ी के रूप में पहचान रखते हैं। उत्‍तराखंड सरकार ने भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत (Cricketer Rishabh Pant) को उत्तराखंड का ब्रांड एंबेसडर (Uttarakhand Brand Ambassador) बनाया है।

    बाएं हाथ के बल्लेबाज ऋ‍षभ पंत (Rishabh Pant) ने बेहद कम वक्त में टीम इंडिया ( Team India) में अपनी जगह अपने प्रदर्शन के दम पर पुख्ता कर ली थी। वर्ष 2016 के अंडर 19 विश्‍व कप में भारतीय टीम के वाइस कैप्‍टन रह चुके हैं। वर्ष 2018 में उन्‍होंने अंतरराष्‍ट्रीय टी 20 क्रिकेट से डेब्‍यू किया था। ऋषभ पंत को आइसीसी मेन इमर्जींग क्रिकेटर आफ द ईयर 2018 और आइसीसी प्‍लेयर आफ द मंथ 2021 से नवाजा जा चुका है।

    वंदना कटारिया:

    बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम 2022 में भारतीय महिला हाकी टीम के लिए कांस्य पदक जीतकर हाकी खिलाड़ी वंदना कटारिया ने अहम भूमिका निभाई थी। वह हरिद्वार की रहने वाली हैं। हरिद्वार के रोशनाबाद गांव निवासी वंदना कटारिया को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। टोक्यो ओलिंपिक में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए मैच में गोलों की हैट्रिक लगाकर वंदना कटारिया ने इतिहास रच दिया था। जिसके लिए वंदना को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था।

    उन्‍मुक्‍त चंद:

    हाल ही में भारतीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले युवा बल्लेबाज उन्मुक्त चंद (Unmukt Chand) का संबंध उत्‍तराखंड से ही है। भारतीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद अब वह ऑस्ट्रेलिया से खेल रहे हैं। यहां उन्‍होंने नया इतिहास रच दिया था। उन्मुक्त ने यहां की टी20 लीग बिग बैश लीग (BBL 2022) में अपना डेब्यू किया था। इसी के साथ इस टी20 लीग में खेलने वाले वह पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए।

    उन्मुक्त चंद ने सबका ध्यान पहली बार अपनी तरफ तब खींचा था जब उनकी कप्तानी में भारतीय अंडर 19 टीम ने साल 2012 में वर्ल्ड कप खिताब जीता था। अंडर 19 वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 111 रन की पारी खेलकर टीम को विजेता बनाया था। आइपीएल में उन्‍मुक्‍त ने अपना डेब्यू महज 18 साल 15 दिन की उम्र में ही किया था और उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स (कैपिटल्स), मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व किया था।