राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण-2022: गंगा शहरों की श्रेणी में हरिद्वार को स्वच्छता पुरस्कार, देहरादून में भी स्थिति में सुधार
केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय की ओर से इस संबंध में शासन और शहरी विकास निदेशालय को पत्र भेजकर उक्त जानकारी दी गई है। राज्य में स्वच्छ भारत मिशन के मिशन प्रबंधक रविशंकर बिष्ट के अनुसार गंगा शहरों की श्रेणी में राज्य के 15 नगर निकाय शामिल थे।

राज्य ब्यूरो, देहरादून: राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के परिणाम उत्तराखंड के लिए सुकून देने वाले हैं। अब गंगा शहरों की श्रेणी में हरिद्वार को स्वच्छता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। इसके अलावा तीन से 10 लाख की आबादी वाले शहरों की विशेष उल्लिखित श्रेणी में देहरादून को भी शामिल किया गया है।
निदेशालय को पत्र भेजकर दी जानकारी
केंद्रीय आवासन एवं शहरी विकास मंत्रालय की ओर से इस संबंध में शासन और शहरी विकास निदेशालय को पत्र भेजकर उक्त जानकारी दी गई है। राज्य में स्वच्छ भारत मिशन के मिशन प्रबंधक रविशंकर बिष्ट के अनुसार गंगा शहरों की श्रेणी में राज्य के 15 नगर निकाय शामिल थे। इनमें से हरिद्वार को पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। इसके अलावा देहरादून शहर में भी पिछले वर्ष के आकलन के आधार पर स्थिति में सुधार हुआ है।
उत्तराखंड को पहले तीन राज्यों में किया शामिल
हरिद्वार और देहरादून के साथ ही राज्य में स्वच्छता पुरस्कार के लिए चयनित नगर निकायों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। इससे पहले चार निकायों डोईवाला, नरेंद्रनगर, रामनगर व लंढौर कैंट को स्वच्छता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। इसके अलावा सौ से कम निकायों वाले राज्यों की श्रेणी में उत्तराखंड को पहले तीन राज्यों में शामिल किया गया है।
सौ से कम निकायों वाली श्रेणी में उत्तराखंड टाप-थ्री में
शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि कड़े मुकाबले के बीच उत्तराखंड के सात निकाय राष्ट्रीय स्वच्छ सर्वेक्षण में स्थान बनाने में सफल रहे हैं। साथ ही सौ से कम निकायों वाली श्रेणी में उत्तराखंड टाप-थ्री में आया है। इसके लिए मुख्यमंत्री के साथ ही राज्यवासियों को शुभकामनाएं।
मुख्यमंत्री ने स्वच्छता दूतों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वच्छता गौरव सम्मान कार्यक्रम में स्वच्छता दूतों को सम्मानित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री स्वनिधि के लाभार्थियों व स्वच्छता पर आयोजित निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया।
राज्य में स्वच्छता का लिखा एक नया अध्याय
मंगलवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में स्वच्छता गौरव सम्मान का आयोजन किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्वच्छता दूतों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इनकी संकल्पशक्ति और प्रयासों ने राज्य में स्वच्छता का एक नया अध्याय लिखा है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में राज्य के चार निकायों को पुरस्कार प्राप्त किए हैं।
स्वच्छता को लेकर समाज में जागरूकता ही मूलमंत्र
इन निकायों को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) एक अक्टूबर को सम्मानित करेंगे। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत उत्तराखंड राज्य ने छह विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार जीते हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता को लेकर समाज में बड़ी जागरूकता ही वह मूलमंत्र है, जिसने स्वच्छता अभियान की सफलता सुनिश्चित की है।
योजना से रेहड़ी-पटरी वाले व ठेला चलाने वालों काफी लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा व पर्यटन की प्रदेश में अपार संभावनाएं हैं। वैश्विक पर्यटन के नक्शे पर उत्तराखंड ने एक नया स्थान अर्जित किया है। जहां स्वच्छता होती है, वहां पर्यटन में निश्चित रूप से वृद्धि होती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का रेहड़ी-पटरी वाले व ठेला चलाने वालों काफी लाभ मिल रहा है। इससे न केवल वह अपना जीवन सबल बना रहे हैं, बल्कि बच्चों के भविष्य को भी उज्ज्वल कर रहे हैं। सरकार अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों तक इसका लाभ पहुंचाने के लिए संकल्पबद्ध है।
कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, मेयर सुनील उनियाल गामा समेत विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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