Rishikesh के आसपास मौजूद हैं तीन रहस्यमयी गुफा, इनमें घूमना किसी रोमांच से नहीं कम
Mysterious Caves In Rishikesh ये रहस्यमयी गुफाएं (Mysterious Caves In Rishikesh) पर्यटकों के नया अनुभव कराती हैं। गुफा के आसपास आज भी बहुत से साधु महात्मा विश्राम और ध्यान लगाए मिलते हैं। एक गुफा 3000 साल से भी ज्यादा पुरानी है।

दुर्गा नौटियाल, ऋषिकेश : Mysterious Caves In Rishikesh : ऋषिकेश के आसपास क्षेत्र में कुछ रहस्यमयी गुफाएं (Mysterious Caves In Rishikesh) भी हैं, जो पर्यटकों के नया अनुभव कराती हैं। माना जाता है की यह गुफा 3000 साल से भी ज्यादा पुरानी है।
इस गुफा के आसपास आज भी बहुत से साधु महात्मा विश्राम और ध्यान लगाए मिलते हैं। यह भी मान्यता है कि यह जगह भगवान राम के कुलगुरु ऋषि वशिष्ठ का निवास स्थल था।
अद्भुत शांति का अहसास कराती हैं गुफाएं
शहरों के शोरगुल से दूर ऋषिकेश में यह रहस्यमयी गुफाएं अद्भुत शांति का अहसास कराती हैं। यहां बिना शुल्क घूम सकते हैं। ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग पर गुलर के समीप वशिष्ठ गुफा (Vashisht Cave) स्थित है।
वशिष्ठ गुफा (Vashisht Cave) ऋषिकेश से करीब 22 किलोमीटर दूर है। बहुत से साधु महात्मा इस गुफा के आसपास विश्राम करते और ध्यान लगाए मिलते हैं। गुफा के अंदर एक शिवलिंग भी है। कहा जाता है कि पहले यह गुफा आगे भी खुलती थी, लेकिन अब यह गुफा आगे से बंद कर दी गई है।
प्राकृतिक रूप से बनी कई आकृतियां गुफा के अंदर मौजूद
यहां एक और गुफा है जो पावकी देवी को जोड़ने वाले मार्ग पर है। इसे लोयल गुफा कहा जाता है जो अपने आम में कई रहस्यों को समेटे हुए है। इस गुफा में कैल्शियम और कार्बन से स्टोन फार्मेशन की गई कई आकृतियां हैं। जो कि प्राकृतिक रूप से बनी हैं।
आगे जाकर यह गुफा आसमान की ओर खुलती है। जहां से सूरज की किरणें गुफा के अंदर प्रवेश करती हैं। गुफा के भीतर भगवान गणेश, शिव, हाथी, जैलीफिस, सांप और नाग की आकृतियां बनी हैं।
नीलकंठ मंदिर के पैदल मार्ग पर झिलमिल गुफा
इसी तरह की एक गुफा नीलकंठ मंदिर के पैदल मार्ग पर भी है जो झिलमिल गुफा के नाम से प्रसिद्ध है। इस गुफाओं में अक्सर पर्यटक पहुंचते हैं।
ये हैं ऋषिकेश और आसपास क्षेत्र के दर्शनीय स्थल
- त्रिवेणी घाट
- रघुनाथ मंदिर
- ऋषि कुंड
- आस्था पथ
- प्राचीन श्री भरत मंदिर
- चंद्रेश्वर महादेव मंदिर
- वीरभद्र मंदिर
- सोमेश्वर मंदिर
- वीरभद्र उत्खनन स्थल
- जानकी सेतु
- रामझूला
- लक्ष्मणझूला
- स्वर्गाश्रम
- चौरासी कुटी
- भूतनाथ मंदिर
- तेरह मंजिल
- चौदह मंजिल मंदिर
- हेंवल घाटी
- नीलकंठ महादेव मंदिर
- नरेंद्रनगर
- कुंजापुरी मंदिर
- शिवपुरी
- कौडियाला
- व्यासी
कैसे पहुंचे ऋषिकेश:
- हवाई मार्ग- जौलीग्रांट एयरपोर्ट (देहरादून)
- रेल मार्ग- योग नगरी ऋषिकेश
पर्यटकों के लिए घूमने के लिए कई आप्शन
ऋषिकेश में गंगा के किनारे मठ, मंदिर, आश्रम, कई छोटे-बड़े होटल और रेस्टोरेंट हैं। यहां पर्यटकों के लिए घूमने के लिए कई आप्शन हैं, लेकिन अगर आप रोमांच पसंद करते हैं तो ऋषिकेश में आपको वह भी मिलेगा।
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