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शिक्षा के मंदिरों में नहीं थम रही छेड़छाड़, यूटीयू में तीन छात्राएं हुई शिकार

शिक्षा के मंदिरों में छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले लगातार उजागर हो रहे हैं। अब उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) तीन छात्राओं से छेड़छाड़ की बात सामने आई है।

By BhanuEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 09:39 AM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 09:39 AM (IST)
शिक्षा के मंदिरों में नहीं थम रही छेड़छाड़, यूटीयू में तीन छात्राएं हुई शिकार
शिक्षा के मंदिरों में नहीं थम रही छेड़छाड़, यूटीयू में तीन छात्राएं हुई शिकार

देहरादून, [जेएनएन]: शिक्षा के मंदिरों में छात्राओं से छेड़छाड़ के मामले लगातार उजागर हो रहे हैं। दून के एक बोर्डिंग स्कूल में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) तीन छात्राओं से छेड़छाड़ की बात सामने आई है। आरोप विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफसर पर लगा है। हालांकि, प्रकरण अभी पुलिस तक नहीं पहुंचा, लेकिन परिजनों की शिकायत पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है। कमेटी तीन दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। विवि की कुल सचिव डॉ. अनीता रावत ने इसकी पुष्टि की।

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यह मामला उस वक्त खुला, जब तीन छात्राओं के परिजन उत्तराखंड विश्वविद्यालय कार्यालय पहुंचे। परिजनों ने हंगामा पर विवि के एमटेक विभाग के एक असिस्टेंट प्रोफेसर पर गंभीर आरोप लगाए। परिजनों ने कुल सचिव डॉ. अनीता रावत को शिकायत पत्र सौंपा। 

अभिभावकों ने आरोप लगाया कि विवि का एक असिस्टेंट प्रोफेसर बीते कुछ दिनों से छात्राओं को अपने कमरे में बुलाकर इंटरनल एग्जाम में नंबर बढ़ाने और उनके अधीन चल रहे प्रोजेक्ट में नौकरी दिलाने का झांसा दे रहा था। छात्राएं उनके कमरे में गईं तो असिस्टेंट प्रोफेसर ने उनके साथ अश्लील हरकत की। तीनों छात्राएं इसी विवि के परिसर में पढ़ाई कर रही हैं। 

हंगामा होता देख कुल सचिव डॉ. रावत ने आनन-फानन एमटेक विभाग के प्रमुख व अन्य स्टाफ को तलब कर प्रकरण की प्रारंभिक जानकारी ली। आरोपों की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने शिकायतों की जांच के लिए एमटेक विभाग के मुखिया की अगुआई में तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी। कमेटी को दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है।  

कमेटी की रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई 

उत्तराखंड तकनीकि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. यूएस रावत के अनुसार मामला बेहद गंभीर है। जांच के लिए तीन सदस्यों की कमेटी बनाई है। कमेटी की रिपोर्ट शनिवार तक मिल जाएगी। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। शिकायत सही पाई जाती है तो आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।

छात्रा से छेड़छाड़ में प्रभारी प्रधानाचार्य गिरफ्तार

पौड़ी गढ़वाल में कोटद्वार के भाबर क्षेत्र के एक माध्यमिक विद्यालय में 11वीं की छात्रा से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। आरोप है कि प्रभारी प्रधानाचार्य ने उससे छेडड़ाड़ की। घटना का पता चलते ही ग्रामीणों ने प्रभारी प्रधानाचार्य की पिटाई कर कमरे में बंद कर दिया। इस दौरान प्रधानाचार्य कक्ष में भी तोड़फोड़ की गई। पुलिस आरोपित को मुक्त कराकर थाने ले आई। मुकदमा दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है।

घटना गुरुवार दोपहर बाद करीब पौने तीन बजे की है। कक्षा 11वीं की एक छात्रा अपनी सहेली के साथ पानी पीकर वापस कक्ष में लौट रही थी। आरोप है कि इसी दौरान अंग्रेजी के शिक्षक और प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी संभाल रहे बीके दीक्षित ने छात्रा को अपने कक्ष में बुलाया और छेड़छाड़ शुरू कर दी। छात्रा शोर मचाते हुए कक्ष से बाहर आई। 

शोर सुनकर विद्यालय के अन्य छात्र-छात्राएं और शिक्षक भी वहां जमा हो गए। कुछ देर में अन्य ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे। आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपित की पिटाई शुरू कर दी और उसे कमरे में बंद कर दिया। 

सूचना पर कोतवाली प्रभारी उत्तम ङ्क्षसह जिमिवाल पुलिस बल के साथ पहुंचे और आरोपित को मुक्त कराया।  

शाम करीब छह बजे पीड़िता व उनके परिजन ग्रामीणों के साथ कोतवाली में पहुंचे। कोतवाल उत्तम सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित शिक्षक के खिलाफ पोक्सो के साथ ही एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि पीड़िता का मेडिकल कराया जा रहा है।

नर्सरी में पढ़ने वाली मासूम के साथ दुराचार का प्रयास

हल्द्वानी के निजी स्कूल में पढ़ने वाली एक मासूम के साथ दुराचार के प्रयास का मामला सामने आया है। पुलिस ने एक समाजसेवी की तहरीर पर स्कूल वैन चलाने वाले अज्ञात चालक और परिचालक के खिलाफ छेड़खानी व पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। शिनाख्त के बाद आरोपितों की गिरफ्तारी होगी।

पीड़ित मासूम नर्सरी की छात्रा है। तीन दिन पूर्व बच्ची की तबियत खराब होने पर मां ने उसे तिकोनिया स्थित निजी नर्सिंग होम में दिखाया था। चिकित्सीय परीक्षण व पूछताछ करने के बाद घटना का खुलासा हुआ। मामले की जानकारी पुलिस तक पहुंचने पर उन्होंने परिजनों से मुकदमा दर्ज करने कहा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। 

काठगोदाम थाने में पुलिस दिनभर परिजनों को समझाती रही। जिसके बाद भोटिया पड़ाव निवासी समाजसेवी अनिल कुमार गुप्ता ने काठगोदाम थाने में पहुंचकर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर तहरीर दी।

तहरीर में कहा कि छुट्टी के बाद मासूम को घर छोड़ने वाले ड्राइवर व हेल्पर ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। मामले में परिजन किसी दबाव के चलते मुकदमा दर्ज नहीं करवा रहे थे। जिस वजह से समाजसेवी गुप्ता ने मुकदमा दर्ज करवाया है।

थानाध्यक्ष काठगोदाम कमाल हसन ने बताया कि अज्ञात ड्राइवर व हेल्पर के खिलाफ पॉक्सो व छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब पीडि़त बच्ची का मेडिकल कराने की तैयारी में है। वहीं शिनाख्त के बाद दोनों की गिरफ्तारी की जाएगी। 

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