नारी शक्ति का परचम लहरातीं ये जुड़वा बहनें, इनके आगे झुक जाते हैं पर्वत भी
ये जुड़वा बहनें नारी शक्ति का परचम लहरा रही हैं। मूल रूप से हरियाणा की इन छोरियों के आगे पर्वत भी झुक जाते हैं। ये दोनों बहने एक साथ कई चोटियों को फतह करने में कामयाब रही हैं। इन्हें कई अवार्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है।

जागरण संवाददाता, देहरादून। हौसला हो तो कौन है जो मिसाल कायम नहीं करना चाहता, हालांकि इसके लिए जरूरत है तो बस जुनून की। अब ताजा उदाहरण ही ले लें, जहां नारी शक्ति का परचम लहरातीं ताशी और नुंग्शी मलिक ने भी ऐसी ही मिसाल कायम की है, जो वास्तव में शानदार है। ये दोनों एक साथ माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली भारत की पहली जुड़वां बहनें हैं। ये दोनों बहने स्विट्जरलैंड 100% महिला शिखर चुनौती के हिस्से के रूप में स्विस आल्प्स में दो 4000 मीटर चोटियों को फतह करने में कामयाब रही हैं।
बस फिर क्या था, पूरा देश इन्हें 'एवरेस्ट गर्ल्स' के नाम से पुकारने लगा है। हालांकि दोनों ही बहनों की पर्वतारोही बनने की कोई योजना नहीं थी, लेकिन जब उन्होंने अपने पहले बड़े ट्रैक, माउंट रुदुगैरा पर विजय हासिल की, उन्होंने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
आलम यह है कि उनकी इस सफलता के झंडे स्वदेशी सोशल मीडिया मंच, कू ऐप पर भी फहराए जा रहे हैं, जिसे उत्तराखंड टूरिज़्म ने बड़ी ही सुंदरता से कैप्चर किया है। पोस्ट के माध्यम से पर्यटन विभाग ने कहा है:
उत्तराखंड की नारी शक्ति का जश्न मनाते हुए हमारे महिला दिवस पोस्ट के हिस्से के रूप में, एक फोटो यह भी है। जुड़वां ताशी और नुंग्शी मलिक के खजाने में कई उपलब्धियाँ दर्ज हैं, जिसमें सात शिखर पर चढ़ने वाले पहली जुड़वां बहनें, उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों को कवर करने और एडवेंचरर्स ग्रैंड स्लैम और थ्री पोल्स चैलेंज को पूरा करना शामिल हैं।
ताशी और नुंग्शी मलिक मूल रूप से भारत के हरियाणा राज्य की रहने वाली हैं। इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर स्विट्जरलैंड पर्यटन द्वारा एक चैलेंज की नींव रखी गई थी, जिसका उद्देश्य महिलाओं की टीमों को स्विस आल्प्स में सभी 13,000 फीट की 48 चोटियों पर चढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना था।
एवरेस्ट ट्विन्स सिस्टर्स स्विट्जरलैंड के इस '100% महिला पीक चैलेंज' में भारत को रिप्रेजेंट कर चुकी हैं। इसमें चुनौती के रूप में, बहनों ने स्विस आल्प्स में दो 4,000 मीटर (13,000 फीट) चोटियों को फतह किया। महज 22 वर्ष की उम्र से शुरुआत करके एवरेस्ट ट्विन्स माउंट एवरेस्ट, आकोंकागुआ, डेनलि, किलिमंजारो, माउंट एल्ब्रुस, माउंट विंसन और पुनकक जय जैसे सात शिखर पर फतह कर चुकी हैं।
अपने जुदा अंदाज के लिए उन्हें लंदन की संस्था 21वीं सदी की आइकन पुरस्कार समिति द्वारा 21वीं सेंचुरी इंसपिरेशन अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इससे पहले भी वर्ष 2016 में महिला सशक्तीकरण के लिए कार्य करने पर स्काटलैंड से उन्हें सम्मान मिला था। गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में ताशी-नुंग्शी के नाम एक या दो नहीं, बल्कि नौ रिकार्ड्स दर्ज हैं। वे तेनजिंग नोर्गे नेशनल एडवेंचर अवार्ड भी जीत चुकी हैं।
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