अवैध निर्माण पर एमडीडीए की बड़ी कर्रवाई, सात भवन सील और दो प्लाटिंग ध्वस्त; देहरादून में चला अभियान
मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया। हर्बटपुर में पांच बीघा की अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त की गई और विकासनगर में चार निर्माण सील किए गए। डाकपत्थर और सेलाकुई में भी अवैध निर्माणों पर कार्रवाई हुई। एमडीडीए उपाध्यक्ष ने कहा कि नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।

जागरण संवाददाता, देहरादून। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने शनिवार को अवैध निर्माण के विरुद्ध विशेष अभियान शुरू करते हुए सात आवासीय और व्यावसायिक भवनों को सील कर दिया। वहीं, दो जगह अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर भी चलाया गया। यह कार्रवाई हर्बटपुर, विकासनगर, डाकपत्थर और सेलाकोई क्षेत्र में एक साथ चलाई गई, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।
शनिवार को चलाया गया अवैध निर्माण के विरुद्ध विशेष अभियान
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी के अनुसार सबसे बड़ी कार्रवाई हर्बटपुर में हुई, जहां एटनबाग क्षेत्र में प्रशांत द्वारा की जा रही लगभग 5 बिघा भूमि की अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त कर दिया गया। इसी क्षेत्र में अमर सिंह द्वारा बनाए गए दो मंज़िला व्यवसायिक भवन को भी सील किया गया।
जारी रहेगी प्राधिकरण की कार्रवाई
विकासनगर में प्राधिकरण ने चार जगहों पर शिकंजा कसा। मुख्य चकराता रोड, बाबूगढ़ (हेरिटेज वैडिंग प्वाइंट) पर भरत सिंह नेगी का निर्माण सील किया गया। वहीं गुरुद्वारा चौक पर नीरज गुप्ता और मनोज कुमार द्वारा खड़े किए जा रहे दो व्यवसायिक भवनों को सील कर दिया गया। तेलपुर मार्ग, दुर्गा मंदिर निकट रामशाह का अवैध निर्माण भी कार्रवाई की जद में आया।
डाकपत्थर में भी प्राधिकरण ने सख़्ती दिखाते हुए जीवनगढ़ क्षेत्र में रविंद्र चौहान, शाहिल और आशु द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माणों पर ताले जड़ दिए।
सेलाकुई में एमडीडीए ने बहादुरपुर रोड पर सुनील थापा की ओर से लगभग 2.5 बिघा भूमि पर कॉलम डालकर तैयार किया जा रहा निर्माणाधीन क्रीड़ा मैदान सील कर दिया।
पूरी कार्रवाई के दौरान सेक्टर सहायक अभिषेक भारद्वाज, प्राधिकरण की संयुक्त टीम और पर्याप्त पुलिस बल मौके पर मौजूद रहे। प्राधिकरण ने स्पष्ट किया कि ऐसे अभियान लगातार चलेंगे और किसी भी अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वहीं, एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा, अब तक 200 से अधिक अवैध निर्माणों और प्लॉटिंग पर कार्रवाई हो चुकी है। नियमानुसार निर्माण करने वालों के हित पूरी तरह सुरक्षित हैं, लेकिन नियम तोड़ने वालों पर बिना किसी दबाव के कड़ी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। सुनियोजित विकास और जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।