International Womens Day 2020: पत्नी शोभा के लिए ‘शोभा’ बनना चाहते हैं महापौर गामा
महापौर सुनील उनियाल गामा बोले कि 29 साल के शादी के इस सफर में पत्नी शोभा ने मेरे लिए जो किया है मैं ताउम्र उसका ऋणी रहूंगा।
देहरादून, अंकुर अग्रवाल। अगर आपको एक दिन के लिए अपनी मां, पत्नी, बहन, बेटी या फिर किसी ऐसी महिला दोस्त का किरदार निभाने को कहा जाए, जिनका आपके जीवन व सफलता में अहम योगदान हो, तो किसे चुनेंगे। भाजपा के एक आम कार्यकर्ता से राजनीतिक सीढ़ी दर सीढ़ी चढ़कर शहर के शीर्ष पद महापौर पर पहुंचे सुनील उनियाल गामा से जब यह सवाल पूछा गया तो, उन्होंने पत्नी शोभा का नाम लिया। वे बोले कि ‘29 साल के शादी के इस सफर में शोभा ने मेरे लिए जो किया है, मैं ताउम्र उसका ऋणी रहूंगा।’
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नारी-शक्ति को बधाई देते हुए महापौर ने कहा कि वैसे तो एक पुरुष के जीवन में मां और पत्नी के योगदान की कोई तुलना नहीं की जा सकती मगर जीवन के अंतिम समय तक पत्नी का योगदान सवरेपरी रहता है। महापौर ने कहा कि वह जरूर चाहेंगे कि एक दिन वह पत्नी शोभा की तरह दिन बिताएं। खासकर छुट्टी वाला दिन, जब बेटा-बेटी भी घर पर मौजूद रहें। जिस तरह शोभा घर का काम निबटाती है, वैसे ही महापौर गामा भी हर काम करने की इच्छा रखते हैं। पत्नी जैसे उनका ख्याल रखती है, वैसे ही बेटी श्रेया को अपने पापा की तबीयत की चिंता रहती है। कब दवाई लेनी है, कौन सी लेनी है, यह ड्यूटी श्रेया ही निभाती है। यह पत्नी और बेटी का प्यार ही है कि वे चाऊमीन की ठेली लगाने वाले व्यक्ति से आज महापौर पद तक पहुंचे।
महापौर गामा ने बताया कि 19 जून-91 को हुए विवाह के कुछ ही दिन बाद भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने जम्मू में लाल चौक पर तिरंगा फहराने का कार्यक्रम रखा। उस वक्त माहौल काफी तनावपूर्ण था। तब ज्यादातर कार्यकर्ताओं की प}ियां ऐसी थीं, जो अपने पति को न भेजने की जिद पकड़े रहे, मगर उस वक्त शोभा ने गामा का पूरा साथ दिया और एक वीरांगना की तरह अपने पति को तिलक लगाकर भेजा।
जिंदगी के हर रोल को बखूबी निभा रहीं सोनिया
सोनिया गर्ग, पति के लिए एक आदर्श पत्नी, बच्चों के लिए एक प्यारी मां तो कंपनी में एक बेहतरीन बॉस की जिम्मेदारियों को न केवल निभा रही हैं, बल्कि महिलाओं के लिए एक मिसाल भी पेश कर रही हैं। सोनिया गर्ग फारेस पालिमर्स की निदेशक होने के साथ-साथ कंपनी के अन्य कामों में भी कर्मचारियों का हाथ बंटाती हैं। सीआइआइ (कंफिडेरेडन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज) उत्तराखंड की सक्रिय सदस्य के तौर पर भी सोनिया अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह कर रही हैं। 1995 में नागपुर इंजीनियरिंग कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में बीटेक के दौरान सोनिया की मुलाकात विकास गर्ग से हुई। इसके बाद दोनों ने एक-दूसरे को अपनी जिंदगी की डोर सौंप दी। सोनिया हरिद्वार से जर्मनी तक फैले कारोबार में न केवल पति विकास का साथ देती हैं, बल्कि उन्हें उद्योग को ऊंचाई तक पहुंचाने में सलाह भी देती हैं। इसके अलावा सोनिया बेटे की पढ़ाई के साथ-साथ घर की जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभाती हैं।
राज्यपाल ने महिला दिवस पर दी बधाई
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को बधाई दी। राज्यपाल ने कहा कि यह दिन महिलाओं के सशक्तिकरण व उनके अधिकारों को समर्पित है। कहा कि आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर महिलाएं सशक्त होती हैं। महिलाओं को स्वास्थ्य के साथ कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए। कई क्षेत्रों में महिलाएं विशेष उपलब्धि हासिल कर रहीं हैं। समाज को महिलाओं के प्रति सोच बदलनी चाहिए।