Updated: Fri, 05 Sep 2025 09:28 PM (IST)
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मातृशक्ति उत्तराखंड के विकास का संवाहक बनेगी। सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण पर जोर दे रही है। राज्य निर्माण में महिलाओं की अहम भूमिका रही है। नई शिक्षा नीति लागू की गई है और नकल कानून को सख्त किया गया है। अल्पसंख्यक शिक्षा में सुधार के लिए विधेयक लाया गया है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा केदार के दर से कहा था कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रगति को प्राप्त करने में सबसे बड़ा योगदान व संवाहक मातृशक्ति बनेंगी।
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शुक्रवार को राजभवन में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने लगातार महिलाओं की सुरक्षा एवं सशक्तीकरण पर जोर दिया है। इसके सुपरिणाम भी नजर आ रहे हैं। हाल ही में उत्तराखंड ने मातृ मृत्यु दर में कमी दर्ज की है। राज्य के विकास में मातृ शक्ति का हमेशा योगदान रहा है। राज्य आंदोलन में यहां की महिलाएं अग्रिम पंक्ति में तैनात थीं।
राज्य निर्माण में इनका अहम योगदान रहा है। कौशल, लगन व परिश्रम यहां की महिलाओं के भीतर कूट-कूट कर भरा हुआ है। महिला स्वयं सहायता समूह के बनाए गए उत्पाद उच्च श्रेणी के हैं। वह दावे के साथ कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री ने जो बात बाबा केदार के दर से कही थी कि यह दशक उत्तराखंड का होगा। राज्य की तरक्की का होगी।
इस प्रगति को प्राप्त करने में सबसे बड़ा योगदान और जो इसके संवाहक बनने वाली है, वह यहां की मातृशक्ति है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राज्य ने नई शिक्षा नीति लागू कही है। नकल कानून को सख्त करने का लाभ यह मिला है कि 25 हजार युवाओं को नौकरी मिली है। अल्पसंख्यक शिक्षा में सुधार के लिए नया विधेयक लाया गया है ।
इससे हर स्तर पर गुणवत्तापरक शिक्षा मुहैया कराने में मदद मिलेगा। यह सभी को शिक्षा के अधिकार की बात को भी चरितार्थ करेगा। इसके तहत एक जुलाई 2026 से ऐसे शिक्षण संस्थान जो माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का कार्यक्रम नहीं पढ़ाएंगे उनको पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा।
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