खटीमा कांड की बरसी पर शहीदों को किया याद
उत्तराखंड पृथक राज्य के आंदोलन में हुए खटीमा कांड की 26वीं बरसी पर राज्य आंदोलनकारियों ने शहीदों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। आंदोलनकारियों ने खटीमा मुजफ्फरनगर व मसूरी कांड के दोषियों को ढाई दशक बाद भी सजा न मिलने रोष जताया।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :
उत्तराखंड पृथक राज्य के आंदोलन में हुए खटीमा कांड की 26वीं बरसी पर राज्य आंदोलनकारियों ने शहीदों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। आंदोलनकारियों ने खटीमा, मुजफ्फरनगर व मसूरी कांड के दोषियों को ढाई दशक बाद भी सजा न मिलने रोष जताया।
मंगलवार को हरिद्वार मार्ग स्थित शहीद स्मारक में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति व उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष वेद प्रकाश शर्मा ने कहा कि एक सितंबर 1994 में खटीमा में उत्तराखंड राज्य की मांग कर रहे आंदोलनकारियों पर पुलिस ने तत्कालीन मुलायम सरकार के आदेश पर लाठी डंडे बरसाए। जिसमें कई राज्य आंदोलनकारी शहीद हो गए। मगर, दुख इस बात का है कि 26 वर्ष बाद भी खटीमा कांड के दोषियों को सजा नहीं मिल पाई है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार को खटीमा, मुजफ्फरनगर व मसूरी कांड के दोषियों सजा दिलवाने के प्रयास करने चाहिए। कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न प्रणब मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। इस मौके पर डीएस गुसाईं, उषा रावत, विक्रम भंडारी, हरि प्रसाद गौड़, वीरेंद्र शर्मा, युद्धवीर चौहान, रुकम पोखरियाल, रामेश्वरी चौहान, गंभीर मेवाड़, प्रेमा नेगी, सरोजनी थपलियाल, वीरेंद्र नौटियाल, करमचंद, हेमंत डंग, सोमवती देवी आदि उपस्थित थे। उधर, उत्तराखंड क्रांति दल ने आइडीपीएल स्थित कार्यालय में खटीमा कांड के शहीद राज्य आंदोलनकारियों को याद किया। मौके पर एमएस शाही, केडी जोशी, युद्धवीर चौहान, गुलाब सिंह रावत, आनंद सिंह तड़ियाल, वीसी रावत आदि उपस्थित थे।