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    जीरो टॉलरेंस नीति के तहत प्रबंधन ने रोडवेज के दो एटीआइ किए निलंबित

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Tue, 09 Mar 2021 06:45 AM (IST)

    जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत रोडवेज प्रबंधन ने ड्यूटी में लापरवाही और भ्रष्टाचार में साथ निभाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो सहायक यातायात निरीक्षक (एटीआइ) को निलंबित कर दिया। दोनों श्रीनगर डिपो के हैं और तैनाती स्थल के बजाए ऋषिकेश में चेकिंग कर रहे थे।

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    जीरो टॉलरेंस नीति के तहत प्रबंधन ने रोडवेज के दो एटीआइ किए निलंबित।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। जीरो टॉलरेंस नीति के अंतर्गत रोडवेज प्रबंधन ने ड्यूटी में लापरवाही और भ्रष्टाचार में साथ निभाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो सहायक यातायात निरीक्षक (एटीआइ) को निलंबित कर दिया। दोनों श्रीनगर डिपो के हैं और तैनाती स्थल के बजाए ऋषिकेश में चेकिंग कर रहे थे। मंडल प्रबंधक संजय गुप्ता ने गत एक मार्च को दोनों को चेकिंग में लापरवाही पर चार्जशीट किया था। दोनों ने तीन महीने में एक बस ऐसी नहीं पकड़ी, जिसमें बेटिकट या बिना लॉगबुक माल ले जाया जा रहा हो। 

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    रोडवेज में देहरादून के मंडल प्रबंधक (आरएम) संजय गुप्ता ने बताया कि बसों की चेकिंग में लापरवाही पर गत एक मार्च को पांच एटीआइ को चार्जशीट किया गया था। इनमें पर्वतीय डिपो के एटीआइ अब्दुल सत्तार, श्रीनगर डिपो के अजयपाल सिंह व संजय शर्मा जबकि हरिद्वार डिपो के विनोद कुमार व प्रदीप गुप्ता शामिल थे। आरोप है कि चार्जशीट मिलने के बावजूद अजयपाल सिंह व संजय शर्मा ने अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया। दोनों की डयूटी पर्वतीय मार्गों पर चेकिंग की थी, लेकिन यह अपने मार्ग के बजाए दूसरे मार्ग पर बसें चेक कर रहे थे। इनके निर्धारित मार्ग पर बेटिकट की शिकायतें मिल रही थीं, जिस पर मुख्यालय से दूसरे एटीआइ भेजकर बसें चेक करानी पड़ीं। 

    सोमवार को आरएम ने दोनों एटीआइ अजयपाल सिंह व संजय शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। आरएम गुप्ता ने कहा कि यह निगम के बाकी कर्मचारियों के लिए भी चेतावनी है कि वे अपना कार्य ईमानदारी से करें। कार्य में लापरवाही करने पर सेवा समाप्त करने जैसे कड़े कदम भी उठाए जा सकते हैं। प्रवर्तन टीमों को मार्गों पर चेकिंग कार्य में तेजी लाने को कहा गया है। आरएम ने कहा कि वे मंडल की सभी प्रवर्तन टीमों का रिकार्ड जांच रहे हैं। इसमें ऐसे टीआइ और एटीआइ चिह्नित किए जा रहे हैं, जो न तो नियमित चेकिंग कर रहे हैं और न ही जिन्होंने पिछले तीन माह में कोई बस बेटिकट में पकड़ी। 

    वास्तविक किमी पर मिलेगा वेतन

    रोडवेज प्रबंधन ने विशेष श्रेणी व संविदा चालक-परिचालकों के लिए कोरोना काल में लागू न्यूनतम वेतन व्यवस्था खत्म कर दी है। अपने कर्मचारियों को अक्टूबर तक का वेतन जारी करने के बाद अब रोडवेज प्रबंधन ने नवंबर और इसके बाद का वेतन कोरोना से पहले की व्यवस्था के अनुसार वास्तविक ड्यूटी किमी के हिसाब से जारी करने का आदेश दिया है। इस सिलसिले में महाप्रबंधक दीपक जैन ने तीनों मंडलों एवं सभी डिपो के प्रबंधकों को नवंबर के वेतन के बिल किमी के आधार पर देय राशि का बनाने का आदेश दिया है। यानी चालक व परिचालक ने जितने किमी ड्यूटी की होगी, उसे उतना ही भुगतान होगा। 

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