यात्रियों की भीड़ नियंत्रित करना रोडवेज कर्मियों के लिए चुनौती, लखनऊ व बरेली भेजीं अतिरिक्त बस
हर किसी को बस में चढ़ने की जल्दी। सीट के लिए कहासुनी और सीट न मिलने पर गुस्से का शिकार होते रोडवेज परिचालक। किसी यात्री को परिचालक समझाता तो किसी को चालक। यह नजारा गुरुवार को लखनऊ व बरेली जाने वाली बस में दिखाई दिया।
देहरादून,जेएनएन। हर किसी को बस में चढ़ने की जल्दी। सीट के लिए कहासुनी और सीट न मिलने पर गुस्से का शिकार होते रोडवेज परिचालक। किसी यात्री को परिचालक समझाता तो किसी को चालक। यह नजारा गुरुवार को लखनऊ व बरेली जाने वाली बस में दिखाई दिया। यह स्थिति बनी कि लखनऊ के लिए सात और बरेली के लिए 11 अतिरिक्त बस भेजी गईं। आइएसबीटी पर यात्रियों की भीड़ नियंत्रित करना रोडवेज कर्मियों के लिए चुनौती बना रहा।
कोरोना काल के कारण पूर्वांचल के लिए ट्रेन का संचालन नहीं होने से दीपावली पर इस बार यात्रियों की भीड़ रोडवेज बस पर टूट रही है। दीपावली पर घर जाने वालों के लिए सिर्फ रोडवेज बस या टैक्सी ही सहारा हैं। इस वजह से लखनऊ, बरेली, कानपुर, गोरखपुर और प्रयागराज जाने वाले यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही। चूंकि, पूर्वांचल के लिए जाने वाली बस सीमित है। ऐसे में यात्री तीन-चार दिन पहले से ही रवाना होने शुरू हो गए थे। गुरुवार को तो स्थिति और खराब हो गई, जब लखनऊ व बरेली जाने वाले यात्रियों की भीड़ आइएसबीटी पर आ पहुंची। सामान्य दिनों में उत्तराखंड रोडवेज द्वारा लखनऊ और बरेली के लिए एक-एक बस ही चलाई जाती है, लेकिन गुरुवार को सात अतिरिक्त बस लखनऊ भेजनी पड़ीं। बरेली के लिए 11 अतिरिक्त बस भेजी गईं। इसी तरह से कानपुर के लिए भी बस बढ़ाई जा रही हैं। रोडवेज के महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि मुख्यालय ने सभी मार्गों के लिए अतिरिक्त बस रिजर्व में रखी हुई हैं और जिस मार्ग पर यात्रियों का दबाव दिख रहा, वहां इन बसों को भेजा जा रहा। रात में आगरा, गुरुग्राम, फरीदाबाद के लिए भी बसों की संख्या बढ़ाई गई है।
दिल्ली से आने वालों की भीड़, सिर्फ दो बस में आनलाइन टिकट बुकिंग
दीपावली पर दिल्ली से आने वाले यात्रियों की संख्या अचानक बढ़ गई है। उच्च श्रेणी के यात्रियों की मांग पर देहरादून से छह अतिरिक्त वाल्वो बस दिल्ली रवाना की गईं। बताया गया कि रोडवेज प्रबंधन ने केवल दो वाल्वो बस में आनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा दी हुई है, बाकी में बस अड्डे पर ही टिकट दिए जा रहे। बुकिंग न होने से यात्री परेशान दिखे और इसे लेकर रोडवेज मुख्यालय के फोन पर शिकायत भी दर्ज कराई गई। दिल्ली से आने वाली भीड़ को देखते हुए इस मार्ग पर साधारण बसों की संख्या भी 100 से बढ़ाकर 170 कर दी गई है। महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि गुरूवार रात तक 15 बसों में आनलाइन टिकट बुकिंग सेवा शुरू कर दी गई।
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आज हो सकते हैं बोनस के आदेश
सरकार की ओर से सभी निगमों में बोनस देने के आदेश के बाद रोडवेज मुख्यालय ने भी बोनस देने की तैयारी कर ली है। पिछले चार माह का वेतन अभी लंबित है, लेकिन रोडवेज प्रबंधन बोनस के जरिये कर्मचारियों को कुछ राहत देना चाह रहा। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रबंध निदेशक रणवीर सिंह चौहान से मुलाकात कर बोनस जारी करने की मांग की। महाप्रबंधक ने बताया कि बोनस पर 2.15 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। प्रतिनिधिमंडल ने परिवहन सचिव से मुलाकात कर कोरोना काल में प्रवासियों को छोडऩे का लंबित 2.17 करोड़ रुपये का भुगतान जारी करने की मांग रखी ताकि इस राशि से बोनस दिया जा सके। महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि शुक्रवार को प्रबंध निदेशक के साथ बैठक कर बोनस के लिए आदेश जारी करने पर विचार होगा।
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