Updated: Sat, 04 Oct 2025 01:02 PM (IST)
देहरादून के सेलाकुई क्षेत्र के अटकफार्म खैरी में गुलदार के बार-बार दिखने से 40 परिवार दहशत में हैं। वन विभाग की गश्त जारी है पर ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं। इससे पहले गुलदार अन्य क्षेत्रों में भी दिखा था। ग्रामीणों ने वन विभाग से पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ने की मांग की है ताकि बच्चों और पालतू जानवरों को बचाया जा सके।
जागरण संवाददाता, विकासनगर। देहरादून वन प्रभाग की झाझरा रेंज अंतर्गत अटकफार्म खैरी क्षेत्र में तीन बार गुलदार दिखाई देने से जंगल के पास बसे 40 परिवार दहशत में हैं। हालांकि, झाझरा रेंजर सोनल पनेरु के नेतृत्व में रात्रि गश्त चल रही है, लेकिन लोगों को रतजगा करना पड़ रहा है। सांझ ढलते ही जंगल से सटे क्षेत्र के ग्रामीण अपने घरों में दुबक रहे हैं।
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इससे पहले गुलदार कालसी वन प्रभाग की चौहड़पुर रेंज अंतर्गत राजावाला, बुलाकीवाला, केदारावाला, शंकरपुर में दिखाई दे चुका है। जहां पर कई दिनों की गश्त के बाद अब रात्रि गश्त बंद हो चुकी है, जबकि ग्रामीण रात्रि गश्त को जारी रखने की मांग कर रहे हैं। नया मामला अटकफार्म खैरी क्षेत्र का है, जहां पर एक सप्ताह पहले गुलदार ने एक गाय को निवाला बना लिया था।
लोगों ने गुलदार की वीडियो भी बनाई, लेकिन उसमें गुलदार साफतौर पर दिखाई नहीं दे रहा है। खैरी के वार्ड सात क्षेत्र में गुलदार लगातार तीसरी बार दिखाई दे चुका है, जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। सूचना पर झाझरा रेंजर सोनल पनेरु ने मय टीम के रात्रि गश्त की। ग्रामीणों को भी लाउड हेलर के माध्यम से सतर्क किया। कहा कि रात्रि में घर से बाहर न निकले, सतर्क रहें। गुलदार दिखने पर उसकी सूचना तुरंत वन विभाग को दें।
यहां लगभग 40 परिवार रहते हैं, जिनको गुलदार के कारण अपना जीवन खतरे में लग रहा है। लोग रात होने पर घरों से बाहर निकलने से डर रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि जल्द पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ा जाए। ताकि गांव के बच्चों और पशुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
वहीं, रेंजर झाझरा सोनल के अनुसार वन टीम रात्रि गश्त कर रही है। ग्रामीणों को भी सतर्क किया गया है। गुलदार के पगमार्क देखे गए हैं। गुलदार को पकड़ने के लिए उच्चाधिकारियों से पिंजरा लगाने की अनुमति मांगी जाएगी।
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